मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली इस समिति की बैठक सोमवार यानि 25 सितम्बर को होगी। मंत्रालय में होने वाली इस बैठक में बैठक में सूखा प्रबंधन मैनुअल 2016 के अनुसार सूखे की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक तैयारी पर विचार-विमर्श होगा।
इसी के साथ, प्रवजन की स्थिति से निपटने की कार्य-योजना, जलाशयों में जल-स्तर की निगरानी, पेयजल की उपलब्धता, चिकित्सा सुविधा तथा दवाओं की उपलब्धता, पशुओं के लिए घास-चारे का प्रबंध आदि विषयों पर चर्चा की जाएगी।
सितंबर की बारिश:
सावन के महिने तक हुई कम बारिश के बाद मौसम वैज्ञाानिक सितंबर में बारिश का अनुमान लगाए बैठे थे, उनका ये अनुमान काफी हद तक सही भी सिद्ध हो रहा है। लेकिन कई जानकारों का मानना है कि इस समय हो रही बारिश केवल भविष्य में पेयजल संकट को कुछ कम कर सकती है। लेकिन सूखा या फसलों की हो चुकी बर्बादी को यह ठीक करने में सक्षम नहीं है।
सावन के महिने तक हुई कम बारिश के बाद मौसम वैज्ञाानिक सितंबर में बारिश का अनुमान लगाए बैठे थे, उनका ये अनुमान काफी हद तक सही भी सिद्ध हो रहा है। लेकिन कई जानकारों का मानना है कि इस समय हो रही बारिश केवल भविष्य में पेयजल संकट को कुछ कम कर सकती है। लेकिन सूखा या फसलों की हो चुकी बर्बादी को यह ठीक करने में सक्षम नहीं है।
ये है पूरा मामला :
दरअसल इस साल औसत से कम हुई बारिश के बाद मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल समेत करीब 22 जिलों पर सूखे का संकट मंडराने लगा है। मानसून को आए वक्त गुजर गया, इस दौरान आसमान में बादल आने के बावजूद पानी नहीं बरसा।
दरअसल इस साल औसत से कम हुई बारिश के बाद मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल समेत करीब 22 जिलों पर सूखे का संकट मंडराने लगा है। मानसून को आए वक्त गुजर गया, इस दौरान आसमान में बादल आने के बावजूद पानी नहीं बरसा।
ऐसे में मध्यप्रदेश के बालाघाट, छिंदवाड़ा, मंडला, डिंडोरी, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, देवास, शाजापुर, मुरैना, श्योपुर, भिंड, ग्वालियर, शिवपुरी, अशोकनगर, दतिया, भोपाल, सीहोर, विदिशा, होशंगाबाद, हरदा और बैतूल जिलों पर सूखे का संकट मंडराने लगा है, क्योंकि मानसून की बारिश के अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं।
वहीं अगस्त तक सामान्य वर्षा जबलपुर, कटनी, पन्ना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, सतना, इंदौर, धार, झाबुआ, खरगोन, बड़वानी, खंडवा, बुरहानपुर, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, अलीराजपुर, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा, रायसेन और सिवनी में दर्ज की गई है।
भोपाल के अगले छह दिनों के मौसम का पूर्वानुमान:
सेटेलाइट से प्राप्त चित्रों को देखते हुए मौसम के जानकारों को मानना है कि आगामी छह दिनों में भोपाल में 1 या 2 दिन और बारिश हो सकती है। पर इस दौरान अधिकांश समय आसमान मुख्य रूप से साफ रहने की उम्मीद है।
सेटेलाइट से प्राप्त चित्रों को देखते हुए मौसम के जानकारों को मानना है कि आगामी छह दिनों में भोपाल में 1 या 2 दिन और बारिश हो सकती है। पर इस दौरान अधिकांश समय आसमान मुख्य रूप से साफ रहने की उम्मीद है।
24 सितंबर 2017 यानि रविवार : इस दिन आसमान में आंशिक बादल रह सकते है, वहीं कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की भी संभावना है।
25 सितंबर 2017 यानि सोमवार : सोमवार को आसमान में थोड़ें बहुत कहीं-कहीं बादल रहेंगे, जिनके चलते कुछ स्थानों पर पानी गिर सकता है।
25 सितंबर 2017 यानि सोमवार : सोमवार को आसमान में थोड़ें बहुत कहीं-कहीं बादल रहेंगे, जिनके चलते कुछ स्थानों पर पानी गिर सकता है।
26 सितंबर 2017 यानि मंगलवार : इस दिन मुख्य रूप से आसमान साफ रहेगा, जिसके कारण उसम जैसी समस्या सामने आ सकतीं हैं।
27 सितंबर 2017 यानि बुधवार : बुधवार को भी मौसम काफी हद तक मंगलवार जैसा ही रहने का अनुमान है।
28 सितंबर 2017 यानि गुरुवार: इस दिन आसमान तो साफ रहेगा, लेकिन शाम को कुछ घटाएं आसमान में देखी जा सकती हैं।
29 सितंबर 2017 यानि शुक्रवार: शुक्रवार यानि 29 सितंबर को बादल कुछ जगह आंशिक तौर पर आसमान में दिखेंगे जो कही—कहीं पर बरस भी सकते हैं।
27 सितंबर 2017 यानि बुधवार : बुधवार को भी मौसम काफी हद तक मंगलवार जैसा ही रहने का अनुमान है।
28 सितंबर 2017 यानि गुरुवार: इस दिन आसमान तो साफ रहेगा, लेकिन शाम को कुछ घटाएं आसमान में देखी जा सकती हैं।
29 सितंबर 2017 यानि शुक्रवार: शुक्रवार यानि 29 सितंबर को बादल कुछ जगह आंशिक तौर पर आसमान में दिखेंगे जो कही—कहीं पर बरस भी सकते हैं।