भोपाल में दक्षिण पश्चिम मानसून 12 से 14 जून तक पहुचने की उम्मीद है। 15 से 16 जून तक यह संभवतः पूरा मध्य प्रदेश में अपना विस्तार कर लेगा। इसके बाद देश के सभी भागों में मॉनसून की प्रगति में कुछ समय लगेगा और 10 जुलाई तक समूचे भारत पर मॉनसून वर्षा शुरू हो जाएगा। आमतौर पर 15 जुलाई तक देश के सभी हिस्सों में मॉनसून दस्तक देता है। यानि इस बार यह समय से 4 से 5 दिन पहले सभी हिस्सों में पहुंच जाएगा।
मॉनसून 2018 के आगमन की संभावनाएँ और अब तक की प्रगति
भारत में 28 मई से मॉनसून ने दस्तक दे दी है, अब तक की इसकी प्रगति से संभावना है कि इस बार देश के अधिकांश हिस्सों में मॉनसून समय से पहले पहुंचेगा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2018 दक्षिण भारत के अधिकांश हिस्सों को कवर करने के बाद पूर्वी व पूर्वोत्तर राज्यों, मध्य भारत और पश्चिमी तटों पर तेज़ गति से आगे बढ़ेगा।
हालांकि मध्य और पूर्वी भारत में आने के लिए मॉनसून की गति कुछ धीमी होगी और पश्चिमी मध्य प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान, उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली-एनसीआर के बाद इसकी रफ्तार में और कमी आएगी। संभवतः दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पश्चिमी राजस्थान और हरियाणा तथा पंजाब के कुछ भागों भागों को छोड़कर 25 जून तक देश के अधिकांश भागों में पहुँच जाएगा।
दिन के तापमान में गिरावट
बदलते मौसम को देखते हुए दिन के तापमान में गिरावट आयी है, वहीं तपिश और उमस भी बढ़ी है। जानकारों का कहना है कि कई क्षेत्रों में अभी बारिश होने में देरी है। हालांकि मौसम विभाग उम्मीद जतायी है कि इसी सप्ताह प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश हो सकती है। इधर, बुधवार को शहर में मौसम के मिजाज में खास बदलाव नहीं हुआ। दिन का तापमान 41.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसमें 0.9 डिग्री की गिरावट हुई। रात का तापमान 28.7 डिग्री दर्ज किया गया। इसमें करीब 1.5 डिग्री की कमी आई।