मौसम विज्ञानी ममता यादव ने बताया कि प्रदेश में अभी पश्चिमी मध्यप्रदेश में मानसून दो-तीन दिन बाद की सक्रिय होगा क्योंकि यह क्षेत्र गुजरात से लगा हुआ है। अभी जो सिस्टम बना है उसकी अरब सागर वाली ब्रांच कमजोर है।
ऐसे घोषित होता है मानसून डॉ. वेद प्रकाश सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक, मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार –जहां मानसून घोषित होता है उस क्षेत्र में लगातार तीन दिन बारिश होती है और आगामी दिनों में वर्षा के लिए पर्याप्त नमी रहे।
–कम से कम आधे क्षेत्र में 2.5 मिमी या उससे अधिक वर्षा होना चाहिए।
–हवा की दिशा दक्षिणी पश्चिमी या दक्षिण पूर्वी होना चाहिए।
–क्षोभमंडल के निचले स्तरों में पूर्वी तेज हवाएं प्रचलित होना चाहिए।
शुक्रवार शाम 6 बजे तक कहां कितनी बारिश (मिमी में)
–कम से कम आधे क्षेत्र में 2.5 मिमी या उससे अधिक वर्षा होना चाहिए।
–हवा की दिशा दक्षिणी पश्चिमी या दक्षिण पूर्वी होना चाहिए।
–क्षोभमंडल के निचले स्तरों में पूर्वी तेज हवाएं प्रचलित होना चाहिए।
शुक्रवार शाम 6 बजे तक कहां कितनी बारिश (मिमी में)
खण्डवा सिटी – 40.0
शिवपुरी – नरवर – 35.0
भोपाल – बैरसिया – 27.5
गुना सिटी वेस्ट – 16.0
खण्डवा – 12.0
दमोह सिटी – 11.0
शिवपुरी – पिपरसमा – 5.0
शहडोल – कल्याणपुर – 4.0 विदिशा – कुरवाई – 3.0
शिवपुरी – नरवर – 35.0
भोपाल – बैरसिया – 27.5
गुना सिटी वेस्ट – 16.0
खण्डवा – 12.0
दमोह सिटी – 11.0
शिवपुरी – पिपरसमा – 5.0
शहडोल – कल्याणपुर – 4.0 विदिशा – कुरवाई – 3.0
छतरपुर – नौगांव – 2.0
जबलपुर सिटी – 0.4 राजगढ़ सिटी – trace नर्मदापुरम सिटी – trace
जबलपुर सिटी – 0.4 राजगढ़ सिटी – trace नर्मदापुरम सिटी – trace