दूसरी तरफ बारिश के लिए कई मंदिरों में अमरनाथ से लाए पवित्र जल से भगवान शंकर का अभिषेक, तो कहीं रूद्राभिषेक किया गया। चर्चों में भी विशेष प्रार्थना की गई। नमाज के बाद लोगों ने शहर और प्रदेश में रहमत की बारिश के लिए दुआ मांगी। लोग अभी घर भी नहीं पहुंचे सके थे कि बारिश शुरू हो गई। जिस सूखे मैदान में दुआ मांगी गई, वो आधे घंटे बाद ही पानी से भर चुका था।
लगातार मौसम की बेरुखी के बाद से ही तीन-चार दिनों से मंदिरों, गिरजाघरों और धर्मस्थलों पर बारिश के लिए प्रार्थनाएं हो रही थीं। प्रार्थनाओं का क्रम शुक्रवार को भी चलता रहा, इसी बीच दोपहर बाद बारिश शुरू हुई तो सभी की प्रार्थना, दुआएं कबूल हो गईं। इधर नमाज खत्म होते-होते आसमान पर काले बादल छा गए, गडगड़़ाहट होने लगी।
मेंढक-मेंढकी की शादी कराई
ओम शिव शक्ति सेवा मंडल के सचिव रिंकू भटेजा ने बताया कि मंडल के सदस्यों द्वारा महादेव मंदिर (इंद्रपुरी) में अच्छी वर्षा के लिए मेंढक-मेंढकी का विवाह कराया गया। संयोग रहा कि विवाह संपन्न होते ही बारिश भी हुई। कार्यक्रम में गुड्डू अग्रवाल, प्रमोद तरेन, मनोज पांडेय, योगेश श्रीवास्तव, प्रदीप सोनी, गजेंद्र ठाकुर, अमरीश पटेल, अशोक पटेल एवं जगदीश बाबा आदि मौजूद रहे।
वर्षा के लिए भगवान पिपलेश्वर महादेव का अभिषेक, संकल्प लेते ही शुरू हुई वर्षां
सावन मास शुरू होने के बावजूद बरसात नहीं होने कारण उत्तम वर्षा के लिए पूजा-पाठ और अभिषेक का क्रम जारी है। अच्छी बरसात की प्रार्थना के साथ नेहरू नगर के कोटरा सुल्तानाबाद स्थित पिपलेश्वर महादेव मंदिर में शुक्रवार को महादेव के अभिषेक का विशेष आयोजन किया गया। प्रवक्ता भारती तिवारी ने बताया कि संकल्प लेते ही वर्षा प्रारंभ हो गई।