राजधानी में इस बार लगातार बारिश का दौर चल रहा था। पूरे सितंबर की बात करें तो सिर्फ तीन दिन छोड़ हर दिन पानी बरसा है। मुश्किल से पांच दिन ही कुछ समय के लिए धूप निकली। बाकी दिन आसमान में बादल छाए रहे। शहर के विभिन्न हिस्सों में बारिश की स्थिति बन रही थी। बुधवार को लोगों को दिनभर बारिश से कुछ राहत मिली। सुबह जरूर आसमान में बादलों का डेरा था, लेकिन आठ बजे के बाद बादल छंट गए और धीरे-धीरे धूप खिलने लगी। शहर का अधिकतम तापमान 29.9 और न्यूनतम 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार को तापमान क्रमश: 30.3 और 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
दो दिन में ही रेकॉर्ड तोड़ बारिश
आमतौर पर अक्टूबर में बारिश बहुत कम होती है। पिछले वर्षों की बात करें तो सात सालों में पूरे माह में जितनी बारिश नहीं हुई, उससे ज्यादा बारिश 1 और 2 अक्टूबर को हो चुकी है। 2012 से 2018 के बीच 2013 में 26.2 मिमी और 2014 में 12.4 मिमी बारिश दर्ज हुई थी। शेष वर्षों में कोई बारिश दर्ज नहीं की गई थी। इस साल 1 और 2 अक्टूबर को ही 33.6 मिमी. बारिश दर्ज की जा चुकी है। आने वाले दिनों में और गरज-चमक की स्थिति बन सकती है।
फिलहाल पोस्ट मानसून एक्टिविटी
मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून सीजन 1 जून से 30 सितंबर तक रहता है। पूरे सीजन में 1756.3 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि भोपाल में औसत बारिश 962.4 मिमी होनी चाहिए, जो औसत बारिश से 83 प्रतिशत अधिक है। अब जो बारिश होगी वह पोस्ट मानसून एक्टिविटी के रूप में दर्ज होगी, क्योंकि मानसूनी सीजन खत्म हो चुका है।
मानसून की विदाई अगले हफ्ते तक
मौसम विज्ञानी पीके साहा के अनुसार मानसून सीजन खत्म हो चुका है, लेकिन मानसून की विदाई अभी नहीं हुई है। अभी नार्थ ईस्ट एमपी में एक लो प्रेशर एरिया 4.5 किमी पर बना हुआ है। इसके असर से प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज और मध्यम बारिश हो रही है। भोपाल में भी आने वाले दो-तीन दिन शाम या रात में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। मानसून की विदाई इस सप्ताह के आखिरी में राजस्थान से होने की संभावना है। इसी प्रकार प्रदेश से भी अगले सप्ताह यानी 10 अक्टूबर के बाद मानसून की विदाई की संभावना नजर आ रही है।