शहरी क्षेत्र में 4 और ग्रामीण क्षेत्र में केवल 01 संक्रमित
भोपाल : 21 जून को चले टीकाकरण महाअभियान में प्रदेश का एक भी जिला ऐसा नहीं था जिसने अपना निर्धारित लक्ष्य हासिल न किया हो। सभी 51 जिलों में सौ फीसदी से ज्यादा टीकाकरण हुआ। चौंकाने वाला प्रदर्शन आदिवासी जिलों का रहा क्योंकि इन जिलों में इतनी उम्मीद नहीं की गई थी। अनूपपुर तो प्रदेश के टॉप 5 जिलों में शामिल रहा। इस महाअभियान से पहले अधिकांश आदिवासी जिले टीकाकरण में बहुत पिछड़े थे खासतौर पर दूसरे डोज लेने में लोगों ने रुचि नहीं दिखाई थी। इस महाअभियान के पहले प्रदेश में औसत आठ से दस हजार लोग दूसरा डोज ले रहे थे, कभी-कभी ये आंकड़ा एक से दो हजार तक भी पहुंचा है। लेकिन इस एक दिन में 82 हजार से ज्यादा लोगों ने दूसरा डोज लिया।
ये रहा आदिवासी जिलों का प्रदर्शन :
अनूपपुर – 166 फीसदी
डिंडौरी – 154 फीसदी
धार – 142 फीसदी
अलीराजपुर – 138 फीसदी
उमरिया – 135 फीसदी
झाबुआ – 135 फीसदी
बड़वानी – 135 फीसदी
शहडोल – 122 फीसदी
सीधी – 119 फीसदी
मंडला – 112 फीसदी
प्रदेश का 127 फीसदी प्रदर्शन :
प्रदेश में एक दिन में लक्ष्य से ज्यादा टीकाकरण कर 127 फीसदी प्रदर्शन किया। 21 जून के महाअभियान में 16 लाख 95 हजार 592 लोगों ने वैक्सीन लगवाकर सुरक्षा कवच प्राप्त किया। इसमें 16 लाख 12 हजार 629 लोगों ने वैक्सीन की प्रथम डोज और 82 हजार 963 ने दूसरी डोज लगवाई। प्रदेश में सबसे अच्छा प्रदर्शन 208 फीसदी खंडवा जिले ने किया। वहीं 51वें नंबर पर भोपाल रहा, जहां सबसे कम 101 फीसदी टीकाकरण हुआ। सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वालों में खंडवा के साथ छिंदवाड़ा,राजगढ़,उज्जैन और अनूपपुर रहे। बुधवार को प्रदेश में फिर टीकाकरण किया जाएगा। सरकार को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में टीकाकरा के अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। सरकार को 30 जून तक 50 लाख टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करना है इसलिए रोजाना चार से पांच लाख टीकाकरण कराना होगा। सराकर ने प्रशासन से इसी जज्बे के साथ टीकाकरण करने को कहा है।
रंग लाई कलेक्टरों की मेहनत :
खंडवा कलेक्टर अनय द्वेदी ने इसे जनसहयोग का परिणाम बताया है। द्वेदी ने कहा कि जिला स्तर, ब्लॉक स्तर और सेंटर स्तर पर टीमें लगाई गईं थीं। धर्म गुरुओं को भी साथ लिया गया था, उनके टीकाकरण को सोशल मीडिया पर वायरल किया जिससे लोग टीका लगवाने आगे आए। आगे भी इसी तरह खंडवा को टीकाकरण में आगे बनाए रखने का लक्ष्य तय किया है। छिंदवाड़ा कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने कहा कि टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए रणनीति बनाकर काम किया गया। तीन से चार वैक्सीनेशन सेंटर पर एक क्लस्टर बनाया गया। एक-एक अधिकारी को एक-एक क्लस्टर का जिम्मा सौंपा गया। लोगों को टीकाकरण में जो भी परेशानी आ रही थी उसे तत्काल दूर किया जा रहा था। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए भी आने-जाने का इंतजाम किया गया। इस तरह छिंदवाड़ा महाअभियान में दूसरे नंबर पर आया। राजगढ़ कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा कि प्रशासन के साथ सभी जनप्रतिनिधि, राजनीतिक दल के कार्यकर्ता और समाजसेवी लोगों ने आगे आकर टीकाकरण के लिए लोगों को जागरुक किया। सोशल मीडिया पर भी युवाओं को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने का काम किया गया।