मध्यप्रदेश में लाड़ली बहनों को कई तरह की सौगातें दी जा रही हैं। इसी क्रम में राज्य सरकार करीब 15000 बहनों को सरकारी नौकरी भी दे रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लाड़ली बहनों के स्थाई रोजगार के लिए यह कवायद चालू की है।
मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के अनुसार प्रदेश के महिला एवं बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग में नई नियुक्तियां की जा रहीं हैं। प्रदेशभर की लाड़ली बहनों को नौकरियां देने के लिए सरकार ने यह पहल की है। इसके अंतर्गत प्रदेश की 12670 मिनी आंगनवाड़ी को पूर्ण आंगनवाड़ी में अपग्रेड किया जा रहा है। इसे केबिनेट की मंजूरी भी मिल गई है।
मध्यप्रदेश में संचालित मिनी आंगनवाड़ी में सहायिका नहीं होती है। मिनी आंगनवाड़ी को आंगनवाड़ी में अपग्रेड करने से यहां नई आंगनवाड़ी सहायिकाओं और आंगनवाड़ी सुपरवाइजरों की भी जरूरत पड़ेगी। इसके लिए राज्य सरकार ने अपग्रेड होनेवाली आंगनवाड़ी के लिए आंगनवाड़ी सहायिका के 12670 पद और आंगनवाड़ी सुपरवाइजर के 476 पद भी स्वीकृत किए हैं।
प्रदेश की अपग्रेड आंगनवाड़ी में आंगनवाड़ी सहायिका के 12670 पद और आंगनवाड़ी सुपरवाइजर के 476 पद मिलाकर कुल 13146 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। इस प्रकार राज्य की 13 हजार से ज्यादा लाड़ली बहनों को केवल महिला एवं बाल विकास में ही नौकरी देने का प्रबंध कर लिया गया है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग में भी लाड़ली बहनों की नियुक्तियां की जाएंगी। दोनों विभागों में राज्य की 15 हजार से ज्यादा लाड़ली बहनों को सरकारी नौकरी देने की कवायद चालू भी कर दी गई है।