पिछले साढ़े ग्यारह माह में नई सरकार ने विरासत में मिले खाली खजाने और बदहाल व्यवस्था को सुधारने में अपनी साफ नियत और नीति बताई है। हर क्षेत्र में उत्पन्न चुनौतियों का सामना करते हुए नई सोच और दृष्टिकोण के साथ काम किया जा रहा है। देश में किसान आत्महत्या में नंबर-वन मध्यप्रदेश के किसानों को राहत पहुँचाई गई है। बेरोजगारी में नंबर-वन प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी के अंधकार से निकालने के नए निवेश को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
सरकार विभिन्न मंचों पर यह कहती रही है कि पिछली सरकार ने 21 हजार घोषणाएं की थीं। उनका परिणाम क्या हुआ, इसे पूरा प्रदेश जानता है। आम जनता भी घोषणाओं होने पर ताली न बजाए। जब उनके सामने काम पूरा हो जाए, उन्हें महसूस हो कि उनका विकास हो रहा है, रोजगार मिल रहा है, तब वे ताली बजाएं।