आदिवासी उप-योजना से लाभान्वित हितग्राहियों को मार्जिन मनी की राशि 4 करोड़ 61 लाख रुपये राज्य सरकार के माध्यम से उपलब्ध कराई गई। हस्त शिल्प विकास निगम द्वारा 16 आदिवासी जिलों में 825 शिल्पियों और बुनकरों को प्रशिक्षण दिलवाया गया। इसी दौरान आदिवासी क्षेत्र में टसर रेशम विकास और विस्तार कार्यक्रम के अंतर्गत 4 करोड़ 21 लाख रुपये की राशि खर्च कर 4 हजार 228 हितग्राहियों को प्रशिक्षण देकर रेशम पालन की गतिविधियों से जोड़ा गया है।
खाली मिला था खजाना –
पिछले साढ़े ग्यारह माह में नई सरकार ने विरासत में मिले खाली खजाने और बदहाल व्यवस्था को सुधारने में अपनी साफ नियत और नीति बताई है। हर क्षेत्र में उत्पन्न चुनौतियों का सामना करते हुए नई सोच और दृष्टिकोण के साथ काम किया जा रहा है। देश में किसान आत्महत्या में नंबर-वन मध्यप्रदेश के किसानों को राहत पहुँचाई गई है। बेरोजगारी में नंबर-वन प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी के अंधकार से निकालने के नए निवेश को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
पिछले साढ़े ग्यारह माह में नई सरकार ने विरासत में मिले खाली खजाने और बदहाल व्यवस्था को सुधारने में अपनी साफ नियत और नीति बताई है। हर क्षेत्र में उत्पन्न चुनौतियों का सामना करते हुए नई सोच और दृष्टिकोण के साथ काम किया जा रहा है। देश में किसान आत्महत्या में नंबर-वन मध्यप्रदेश के किसानों को राहत पहुँचाई गई है। बेरोजगारी में नंबर-वन प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी के अंधकार से निकालने के नए निवेश को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
घोषणाओं पर नहीं, काम पर विश्वास –
सरकार विभिन्न मंचों पर यह कहती रही है कि पिछली सरकार ने 21 हजार घोषणाएं की थीं। उनका परिणाम क्या हुआ, इसे पूरा प्रदेश जानता है। आम जनता भी घोषणाओं होने पर ताली न बजाए। जब उनके सामने काम पूरा हो जाए, उन्हें महसूस हो कि उनका विकास हो रहा है, रोजगार मिल रहा है, तब वे ताली बजाएं।
सरकार विभिन्न मंचों पर यह कहती रही है कि पिछली सरकार ने 21 हजार घोषणाएं की थीं। उनका परिणाम क्या हुआ, इसे पूरा प्रदेश जानता है। आम जनता भी घोषणाओं होने पर ताली न बजाए। जब उनके सामने काम पूरा हो जाए, उन्हें महसूस हो कि उनका विकास हो रहा है, रोजगार मिल रहा है, तब वे ताली बजाएं।