रिपोर्ट के अनुसार पन्ना टाइगर रिजर्व तेंदुओं की सर्वाधिक संख्या के साथ देश में पहले स्थान पर है। पार्क में एक साल से अधिक उम्र के 350 तेंदुए गिने गए थे। इनमें से 273 तेंदुए पार्क के अंदर हैं, तो 77 तेंदुए पार्क में आते जाते रहते हैं। देश में दूसरे नंबर पर राजस्थान के सरिस्का पार्क में 273 तेंदुए हैं। इनमें से 231 पार्क के अंदर हैं, तो 42 तेंदुए पार्क को रास्ते की तरह उपयोग में ले रहे हैं। वहीं आंध्रप्रदेश के नागार्जुन सागर श्रीशैलम पार्क में 224 तेंदुए हैं। इनमें से 159 पार्क के अंदर विचरण कर रहे हैं।
देश में तेंदुओं की स्थिति
पन्न, मध्य प्रदेश — 350
सरिस्का, राजस्थान — 273
नागार्जुन सागर श्रीसेलम, आंध्रप्रदेश– 224
अंशी दांडेली (काली), कर्नाटक — 221
राजाजी, उत्तराखंड — 221
मुदुमलई, तमिलनाडू — 209
बंदीपुर, कर्नाटक — 200
तेंदुओं की सबसे पसंदीदा शिकार कुत्ते
तेंदुओं की सबसे ज्यादा पसंदीदा शिकार कुत्ते सहित अन्य छोटे वन्य जीव होते हैं। सामान्य तौर पर ये ग्रामीण और नेशनल पार्क और छोटे-छोटे जंगलों को अपने रहने के लिए चयन करते हैं। इससे ये सहजता से शिकार भी कर सकते हैं और इन्हें बाघों से खतरा भी नहीं होता है। कई बार ये गांवों में शिकार के लिए घुसतें हैं और वहां ग्रामीणों के गुस्से का शिकार हो जाते हैं।
प्रदेश में बाघ और तेंदुए दोनों सबसे ज्यादा
तेंदुए और बाघ दोनों ही देश में सर्वाधिक मध्य प्रदेश में हैं। जबकि दोनों ही एक दूसरे के दुष्मन माने जाते हैं। वाइल्ड लाइफ के जनाकार और पूर्व आईएफएस अधिकारी एचएस पाबल का कहना है कि दोंनों जहां बाघ रहेगा वहां तेंदुआ नहीं रहेगा। तेंदुए जंगलों के किनारे और गांव के पास रहते हैं।
पन्न, मध्य प्रदेश — 350
सरिस्का, राजस्थान — 273
नागार्जुन सागर श्रीसेलम, आंध्रप्रदेश– 224
अंशी दांडेली (काली), कर्नाटक — 221
राजाजी, उत्तराखंड — 221
मुदुमलई, तमिलनाडू — 209
बंदीपुर, कर्नाटक — 200
तेंदुओं की सबसे पसंदीदा शिकार कुत्ते
तेंदुओं की सबसे ज्यादा पसंदीदा शिकार कुत्ते सहित अन्य छोटे वन्य जीव होते हैं। सामान्य तौर पर ये ग्रामीण और नेशनल पार्क और छोटे-छोटे जंगलों को अपने रहने के लिए चयन करते हैं। इससे ये सहजता से शिकार भी कर सकते हैं और इन्हें बाघों से खतरा भी नहीं होता है। कई बार ये गांवों में शिकार के लिए घुसतें हैं और वहां ग्रामीणों के गुस्से का शिकार हो जाते हैं।
प्रदेश में बाघ और तेंदुए दोनों सबसे ज्यादा
तेंदुए और बाघ दोनों ही देश में सर्वाधिक मध्य प्रदेश में हैं। जबकि दोनों ही एक दूसरे के दुष्मन माने जाते हैं। वाइल्ड लाइफ के जनाकार और पूर्व आईएफएस अधिकारी एचएस पाबल का कहना है कि दोंनों जहां बाघ रहेगा वहां तेंदुआ नहीं रहेगा। तेंदुए जंगलों के किनारे और गांव के पास रहते हैं।