स्नेह नगर में सफाईकर्मी पर ही चढ़ा दी थी गाड़ी अभी करीब एक माह पहले ही कचरा कलेक्शन करने वाली मैजिक गाड़ी ने स्नेहनगर होशंगाबाद रोड पर एक महिला सफाई कर्मचारी पर ही गाड़ी चढ़ा दी थी। महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी। इसी तरह कोलार, पुराने भोपाल, साकेत नगर में मैजिक वाहन से दुर्घटनाएं हुई है।
रिक्शा रिप्लेस की तो मैजिक थमा दी
शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में साइकिल रिक्शा को घटाकर मैजिक वाहन से कलेक्शन कराने की कवायद की जा रही है। बताया जा रहा है कि जो कर्मचारी रिक्शा से कलेक्शन करते थे, उस क्षेत्र में मैजिक वाहन से कलेक्शन शुरू होते ही कर्मचारी को मैजिक थमा दी। कचरा गाडिय़ां चला रहे, लेकिन लाइसेंस नहीं बनवाया।
शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में साइकिल रिक्शा को घटाकर मैजिक वाहन से कलेक्शन कराने की कवायद की जा रही है। बताया जा रहा है कि जो कर्मचारी रिक्शा से कलेक्शन करते थे, उस क्षेत्र में मैजिक वाहन से कलेक्शन शुरू होते ही कर्मचारी को मैजिक थमा दी। कचरा गाडिय़ां चला रहे, लेकिन लाइसेंस नहीं बनवाया।
ये नुकसान बिना लाइसेंस या नौसिखिए ड्राइवर से वेस्ट कलेक्शन गाडिय़ों को चलाने का सबसे बड़ा नुकसान दुर्घटना के तौर पर ही है। ये गाडिय़ां संकरी गलियों, कॉलोनियों में चलती है और यहां दुर्घटना की आशंका अधिक रहती है।
ज्यादा वेतन देने से बच रहे
ज्यादा वेतन देने से बच रहे
नए ड्राइवर को निगम इसलिए नियुक्त नहीं करता क्योंकि उसे अधिक वेतन देना पड़ेगा। सायकिल रिक्शा से वेस्ट कलेक्शन करने वाले दैनिक वेतनभोगी के वेतन पर ही काम करने लगते हैं। नियम है कि बिना लाइसेंस किसी भी व्यक्ति को वाहन चलाने की अनुमति नहीं देना चाहिए। निगम रिपोर्ट जाहिर कर दें तो कईं अफसरों पर मामले दर्ज हो सकते हैं।
एवजी ड्राइवरों भी चला रहे गाडिय़ां
बिना लाइसेंस के वाहन चलाने वाले ड्राइवरों के साथ निगम में एवजी ड्राइवर भी दिक्कत बने हुए हैं। इसे लेकर राहुल विजयवर्गीय ने निगम प्रशासन को शिकायत भी की थी। बताया गया था कि मुख्य ड्राइवर्स ने अपनी जगह बाहरी लोगों को रखा है जो वाहन चलाते हैं। हालांकि निगम प्रशासन ने इसकी जांच नहीं की।
बिना लाइसेंस के वाहन चलाने वाले ड्राइवरों के साथ निगम में एवजी ड्राइवर भी दिक्कत बने हुए हैं। इसे लेकर राहुल विजयवर्गीय ने निगम प्रशासन को शिकायत भी की थी। बताया गया था कि मुख्य ड्राइवर्स ने अपनी जगह बाहरी लोगों को रखा है जो वाहन चलाते हैं। हालांकि निगम प्रशासन ने इसकी जांच नहीं की।