डरें नहीं, डाटा भी डिलिट न करें
क्राइम ब्रांच एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया, इस प्रकार मामले में बदनामी से बचने के लिए शिकायतकर्ता सबसे पहले सोशल मीडिया अकाउंट ही डिलिट कर देते हैं। यह कार्य 70 फीसदी से ज्यादा केस में होता है। बाद में जय वह शिकायत करने आते हैं तो पुलिस के पास कार्रवाई के लिए। कोई प्रमाण नहीं दे पाते। एएसपी बताते हैं, इस प्रकार की घटना अगर हो जाए तो डरें नहीं, फौरन पुलिस को जानकारी दें। उनके पास आए लिंक, फ्रैंड रिक्वेस्ट समेत अन्य चीजों से ठगों की जानकारी प्राप्त की सकती है।
इस प्रकार बढ़ रहे केस
इस प्रकार के मामले साल 2019 में 10, साल 2020 में 25 और 2021 में 50 मामले सामने आए हैं। इस प्रकार ऐसे मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, इस कारण आपका जागरूक होना बहुत जरूरी है।
यह रखें सावधानी, फ्रंट कैमरे पर अंगुली लगाकर उठाए कॉल
सायबर एक्सपर्ट एडीजी वरुण कपूर बताते हैं कि अगर कोई अंजान या अपरिचित नंबर से वीडियो कॉल आ रहा है तो रिसिव ही नहीं करें। लेकिन यदि कोई बार-बार आपको कॉल करता है तो अपने कैमरे के ऊपर अपनी अंगुली रख लें या उठाने से पहले कैमरे का फेस चेंज कर दें मतलब सामने से न उठाते हुए बैंक से ही मोबाइल को उठाएं। पहले बात कर लें। नाम पूछ लें। उसके बाद ही बात करें।
कोरोना अलर्ट-एमपी में लगातार बढ़ रहे कोरोना केस, तीसरी लहर का खतरा
अनजान नंबरों से बातचीत करते समय सावधानी बरतें।