अपने संबोधन मेंं उन्होंने कहा कि संसार में मां सबसे बड़ी होती है। बच्चे का लालन पोषण करने में मां अपना सर्वस्व जीवन त्याग देती है। अनाथ बच्चा भी मां के लिए उतना ही महत्व रखना है, जितना उशका खुद का बच्चा। उन्होंने कहा कि मां करूणामयी, त्याग और दया की मूर्ति होती है।
उन्होंने एसओएस संस्था में अनाथ बच्चों की सेवा करने वाली माताओं की सराहना करते हुए कहा कि बेसहारा बच्चों की सेवा कर समाज में मिसाल बने। इस मौके पर संस्था के असिटेंट डायरेक्टर शेखर मलाकार भी उपस्थित रहे। संस्था के बच्चों ने मदर्स के लिए विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
ये हुई सम्मानित… सत्यभामा सोनारे, अनिता गौर, कृष्ण? नाथ ??, किरण वर्मा, अन्नपूर्णा चांद, नीरा शर्मा, सुरेखा, कमला, लक्ष्मीदेवी, मंजू रावत, विमला, अनीता, सुनीता, रईसा शेख, रीना और सुमन। इस अवसर पर समाज सेविका लीली कटारिया ने कहा कि संसार में मां सबसे बड़ी होती है। बच्चे का लालन पोषण करने में मां अपना सर्वस्व जीवन त्याग देती है। बेसहारा बच्चा भी मां के लिए उतना ही महत्व रखना है, जितना उशका खुद का बच्चा। उन्होंने कहा कि मां करूणामयी, त्याग और दया की मूर्ति होती है।
Mother’s Day के इंस्ट्रेस्टिंग फैक्ट्स: 1. मदर्स डे की शुरुआत की अमेरिकन एक्टिविस्ट एना जार्विस ने थी. वो अपनी मां से प्रेरित थीं इसलिए वो मदर्ड डे को मनाती थीं. उन्होंने न कभी शादी की और न कोई बच्चा था. मां की मौत होने के बाद प्यार जताने के लिए उन्होंने इस दिन की शुरुआत की. जिसके बाद धीरे-धीरे कई देशों में मनाया जाने लगा
2. पहला मदर्ड डे 1908 को अमेरिका के वेस्ट वर्जीनिया और फिलाडेल्फिया में मनाया गया था. 3. 09 मई 1914 को अमेरिकी प्रेसिडेंट वुड्रो विल्सन ने एक लॉ पास किया था जिसमें लिखा था कि मई महीने के हर दूसरे रविवार को मदर्ड डे मनाया जाएगा.
4. जिसके बाद मदर्स डे अमेरिका, भारत और कई देशों में मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाने लगा. लेकिन यूके मदर्ड डे को 6 मार्च को मनाया जाता है. 5. यूके और यूरोप के कुछ पार्ट में ईसाई केलेंडर के लेंट महीने के छठे हफ्ते में मनाया जाता है. इस दिन को वो मदरिंग डे नाम से मनाते हैं.
6. मदर्ड डे को अमेरिका में काफी जोर-शोर से मनाया जाता है.