भाजपा के पास 107 विधायक
मौजूदा विधानसभा की 24 सीटें खाली हैं। जबकि भाजपा के पास 107 विधायक हैं ऐसे में भाजपा को बहुमत साबित करने में कोई दिक्कत नहीं हुई। विधानसभा की कार्यसूची के अनुसार, सदन में 11 बजे से विश्वास मत पर वोटिंग होनी थी। वहीं, कांग्रेस के पास केवल 92 विधायक हैं। वहीं, कमलनाथ की सरकार गिरने के साथ ही उनकी कैबिनेट में मंत्री रहे निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल ने कहा था कि मध्यप्रदेश में मैं नई सरकार का समर्थन करूंगा क्योंकि मेरे लिए क्षेत्र का विकास प्रथमिकता है।
मौजूदा विधानसभा की 24 सीटें खाली हैं। जबकि भाजपा के पास 107 विधायक हैं ऐसे में भाजपा को बहुमत साबित करने में कोई दिक्कत नहीं हुई। विधानसभा की कार्यसूची के अनुसार, सदन में 11 बजे से विश्वास मत पर वोटिंग होनी थी। वहीं, कांग्रेस के पास केवल 92 विधायक हैं। वहीं, कमलनाथ की सरकार गिरने के साथ ही उनकी कैबिनेट में मंत्री रहे निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल ने कहा था कि मध्यप्रदेश में मैं नई सरकार का समर्थन करूंगा क्योंकि मेरे लिए क्षेत्र का विकास प्रथमिकता है।
स्थिर सरकार के लिए जीतनी होंगी 9 सीटें
मध्यप्रदेश में 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। उपचुनाव के नतीजे ही तय करेंगे की मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार स्थिर है या नहीं। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं। भाजपा के पास 107 विधायक हैं मध्यप्रदेश में स्थिर सरकार बनाए रखने के लिए भाजापा को कम से कम 9 सीटों पर जीत दर्ज करनी पड़ेगी।
मध्यप्रदेश में 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। उपचुनाव के नतीजे ही तय करेंगे की मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार स्थिर है या नहीं। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं। भाजपा के पास 107 विधायक हैं मध्यप्रदेश में स्थिर सरकार बनाए रखने के लिए भाजापा को कम से कम 9 सीटों पर जीत दर्ज करनी पड़ेगी।
कांग्रेस ने फ्लोर टेस्ट पर उठाए सवाल
कांग्रेस ने फ्लोर टेस्ट को लेकर सवाल उठाए हैं। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा- रात 12:07 बजे विधानसभा का सत्र बुलाने की अधिसूचना जारी कर सुबह 11 बजे फ़्लोर टेस्ट प्रस्तावित हो जाता है। जब मप्र में लॉकडाउन और कर्फ़्यू है तब इस अति अल्प सूचना पर विधायक सदन में पहुंचेंगे कैसे और विधायकों के बगैर फ़्लोर टेस्ट कैसा? वहीं, राज्यसभी सांसद विवेक तन्खा ने कहा- कर्फ़्यू के मध्य विधान सभा का सत्र भोपाल में 24 से 27 मार्च। सुन के भी यक़ीन नहीं होता। बीते 2 हफ़्ते लोक स्वस्थ की गम्भीरता की जगह हमारे जनसेवक भोपाल , बेंगलुरु और दिल्ली में सत्ता परिवर्तन में व्यस्थ थे। अब सत्ता पाकर कर्फ़्यू के मध्य बहुमत सिद्ध करने में। कल युग इसे कहते हैं।
कांग्रेस ने फ्लोर टेस्ट को लेकर सवाल उठाए हैं। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा- रात 12:07 बजे विधानसभा का सत्र बुलाने की अधिसूचना जारी कर सुबह 11 बजे फ़्लोर टेस्ट प्रस्तावित हो जाता है। जब मप्र में लॉकडाउन और कर्फ़्यू है तब इस अति अल्प सूचना पर विधायक सदन में पहुंचेंगे कैसे और विधायकों के बगैर फ़्लोर टेस्ट कैसा? वहीं, राज्यसभी सांसद विवेक तन्खा ने कहा- कर्फ़्यू के मध्य विधान सभा का सत्र भोपाल में 24 से 27 मार्च। सुन के भी यक़ीन नहीं होता। बीते 2 हफ़्ते लोक स्वस्थ की गम्भीरता की जगह हमारे जनसेवक भोपाल , बेंगलुरु और दिल्ली में सत्ता परिवर्तन में व्यस्थ थे। अब सत्ता पाकर कर्फ़्यू के मध्य बहुमत सिद्ध करने में। कल युग इसे कहते हैं।