दरअसल, शुक्रवार को मध्यप्रदेश एटीएस ने दिल्ली में स्पेशल सेल की मदद से सिमी के आतंकी इलियास को गिरफ्तार किया है। इलियास करीब 18 साल से फरार चल रहा था। सुरक्षा एजेंसियों को उसे कई मामलों में तलाश थी। लेकिन देश के विभिन्न हिस्सों में वह ठिकाने बदलकर रह रहा था। मध्यप्रदेश की एटीएस लगातार उसे ट्रेस कर रही थी। एटीएस को उसे दिल्ली के ओखला में होने की जानकारी मिली तो स्पेशल सेल की मदद से गिरफ्तार किया है। एटीएस कोर्ट में पेशी के बाद उसे रिमांड पर भी लेगी।
बुरहानपुर से भी एक हुआ गिरफ्तार
मध्यप्रदेश एटीएस की टीम ने गुरुवार को महाराष्ट्र से फरार चल रहे एजाज उर्फ अजीज पिता मोहम्मद अकरमा को बुरहानपुर से गिरफ्तार किया है। एटीएस खंडवा की टीम ने अजीज को पाला बाजार से गिरफ्तार किया था। महाराष्ट्र एटीएस ने एमपी एटीएस को सूचना दी थी कि जाकिर हुसैन निवासी एजाज फरार है। एजाज के खिलाफ मुंबई एटीएस थाने में विधि विरुद्ध गतिविधियों का 2006 से केस दर्ज है।
13 साल से फरार
अजीज एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही फरार है। सूचना की पुष्टि के बाद खंडवा एटीएस की टीम ने युवक को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। सूचना महाराष्ट्र एटीएस को दे दी गई है। एसपी अजय सिंह ने बताया कि यह पूरा ऑपरेशन एटीएस का था। एजाज नाम के व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो काफी समय से बुरहानपुर में ही रह रहा था।
सिमी का गढ़ रहा है मध्यप्रदेश
दरअसल, बुरहानपुर का इलाका सिमी का गढ़ रहा है। इन इलाकों से पहले भी सिमी के लोगों की गिरफ्तारी होती रही है। यहीं नहीं भोपाल सेंट्रल जेल से सिमी के लोग भागने की कोशिश भी की थी। इस दौरान सभी एनकाउंटर में मारे गए थे। एमपी एटीएस को उम्मीद है कि इनकी गिरफ्तारी से कुछ नई जानकारी मिल सकती है। आखिर ये लोग मध्यप्रदेश में रहकर क्या प्लानिंग कर रहे थे।
दरअसल, बुरहानपुर का इलाका सिमी का गढ़ रहा है। इन इलाकों से पहले भी सिमी के लोगों की गिरफ्तारी होती रही है। यहीं नहीं भोपाल सेंट्रल जेल से सिमी के लोग भागने की कोशिश भी की थी। इस दौरान सभी एनकाउंटर में मारे गए थे। एमपी एटीएस को उम्मीद है कि इनकी गिरफ्तारी से कुछ नई जानकारी मिल सकती है। आखिर ये लोग मध्यप्रदेश में रहकर क्या प्लानिंग कर रहे थे।