
सभी केंद्रों पर बच्चों की परीक्षा के लिए इस बार विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। मुख्यालय से निर्देश मिले हैं कि हर केंद्र पर एक विशेष कक्ष बनाया जाएगा। वहां ऐसे परीक्षार्थियों को बैठाया जाएगा, जिन्हें कोरोना के लक्षण या सर्दी-बुखार होगा। इन्हें आम परीक्षार्थियों से अलग बैठाया जाएगा। कोरोना संक्रमित बच्चे भी इस बार परीक्षा दे सकेंगे।
इधर बोर्ड के ही 10वीं के पेपर 18 फरवरी से शुरू होकर 10 मार्च तक चलेंगे। इन परीक्षाओं में करीब 18 लाख छात्र शामिल होंगे। इनमें नियमित और स्वाध्यायी दोनों विद्यार्थी शामिल हैं। परीक्षा केंद्रों पर केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्ष के अलावा हर 20 परीक्षार्थियों पर एक पर्यवेक्षक निगरानी रखेंगे। इनके अलावा उड़नदस्ते भी सक्रिय रहेंगे। परीक्षार्थी अपने साथ अपनी पानी की बोतल और सैनिटाइजर की छोटी बोतल ले जा सकेंगे। इसके अलावा बच्चों का परीक्षा में मास्क पहन कर आना अनिवार्य होगा। जो बच्चे मास्क पहन कर नहीं आएंगे उन्हें मास्क केंद्र पर ही मिल जाएंगे। बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा।