कमलनाथ अब स्टार प्रचारक नहीं- EC
पूर्व सीएम कमलनाथ की तरफ से एक के बाद एक दिए जा रहे बयानों पर संज्ञान लेते हुए इलेक्शन कमीशन ने कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया है। स्टार प्रचारक का दर्जा छिनने के बाद अब अगर कमलनाथ किसी प्रत्याशी के पक्ष में स्टार प्रचारक के तौर पर सभा करने या रोड शो करने के लिए जाते हैं तो उनके पूरे इंतजामों का खर्चा पार्टी नहीं बल्कि प्रत्याशी के खाते में जोड़ा जाएगा।
चुनाव आयोग ने अपने फैसले में जो 3 मुख्य बातें कहीं हैं वो इस प्रकार हैं-
1. ‘आइटम’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल न करें
चुनाव आयोग ने स्टार प्रचारक का दर्जा कमलनाथ से छीनने के साथ ही उन्हें इस बात का ध्यान रखने के लिए कहा है कि वो आइटम जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करेंगे। बता दें कि कमलनाथ ने डबरा की एक सभा में इमरती देवी को आइटम कह दिया था जिसे लेकर बीजेपी और राष्ट्रीय महिला आयोग ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। इस बयान को लेकर जारी नोटिस का जवाब भी कमलनाथ की तरफ से चुनाव आयोग को भेजा गया था।
2. इन बयानों को माना आचार संहिता का उल्लंघन
चुनाव आयोग ने अपने फैसले कमलनाथ के सीएम शिवराज को लेकर दिए गए शिवराज नौटंकी के कलाकार और मुंबई जाकर एक्टिंग करें वाले बयान के साथ ही आपके भगवान तो माफिया हैं और आपके भगवान तो मिलावटखोर हैं को भी आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में रखा है। चुनाव आयोग ने कहा है कि कमलनाथ लगातार ऐसे बयान देकर आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं।
3. कमलनाथ पर चुनाव आयोग की कार्रवाई
चुनाव आयोग ने कमलनाथ के इन बयानों पर एक्शन लेते हुए उनसे स्टार प्रचारक का दर्जा वापस ले लिया है। स्टार प्रचारक का दर्जा वापस लिए जाने के बाद अब कोई भी जिला निर्वाचन अधिकारी कमलनाथ को स्टार प्रचारक के तौर पर कोई इजाजत नहीं दे पाएंगे और अगर फिर भी कमलनाथ स्टार प्रचारक के तौर पर प्रचारक के रूप में प्रचार करते हुए पाए जाते हैं तो उनकी सभा जिसमें उनकी हवाई यात्रा, ठहरने की व्यवस्था और सभाओं का पूरा खर्च प्रत्याशी को वहन करना पड़ेगा।
कांग्रेस बोली कोर्ट जाएंगे
चुनाव आयोग के कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीने जाने के बाद कांग्रेस ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने फैसले के खिलाफ कोर्ट जाने की बात कही है।