पीसी शर्मा ने कहा, अगर केन्द्र में भाजपा की सरकार नहीं बनी तो ये 25 विधायक हमारा साथ देंगे। वहीं, एग्जिट पोल्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पीसी शर्मा ने कहा- 23 मई को जो परिणाम आएंगे वो एग्जिट पोल्स के विपरीत होंगे। वहीं, उन्होंने साध्वी प्रज्ञा के निर्वाचन को शून्य करने की मांग की है। शर्मा ने कहा- सुनील जोशी हत्याकांड की फाइल री ओपन कराई जाएगी। उसमें साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की भूमिका की जांच होगी। बता दें कि बता दें कि 29 दिसंबर 2007 को देवास में सुनील जोशी की हत्या हुई थी। 1 फरवरी 2017 को प्रज्ञा सहित सभी आठ आरोपियों को एनआईए कोर्ट ने बरी कर दिया था।
कमलनाथ ने भी किया था पलटवार
मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने भी पलटवार करते हुए कहा था। सीएम कमलनाथ ने कहा था- उनकी सरकार बहुमत साबित करने के लिए तैयार है और उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। कमलनाथ ने कहा, ‘बीते पांच महीने में चार बार बहुमत सिद्ध किया जा चुका है।
गोपाल भार्गव के लेटर के बाद शुरू हुई सियासत
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के राज्यपाल को लिखे लेटर के बाद से सियासत तेज हो गई है। गोपाल भार्गव ने राज्यपाल को लेटर लिखकर विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी। वहीं, मीडिया से बात करते हुए गोपाल भार्वग ने कहा था- हर सर्वेक्षण में केंद्र में एनडीए सरकार तय लग रही है। नए परिप्रेक्ष्य में मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को 29 में से 26-27 सीटें आने की संभावना है। इससे साबित होता है कि कांग्रेस के पास विश्वास नहीं बचा। ये जनमत राज्य सरकार के खिलाफ आया है और इसलिए सरकार को जल्द विधानसभा का सत्र बुलवा कर सदन में विश्वास साबित करना चाहिए।
क्या है मध्यप्रदेश में सीटों का आंकड़ा
बता दें कि राज्य विधानसभा में 230 विधायकों में कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं। यह सरकार चार निर्दलियों, बीएसपी के दो और एसपी के एक विधायक के समर्थन से चल रही है। बीजेपी के पास 109 विधायक हैं।