खरगौन में भी विरोध
खरगौन में भी टिकट बंटवारे को लेकर विरोध के स्वर गूंज रहे हैं। भगवानपुरा और भीकनगांव विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशियों का विरोध चल रहा है। इस पर यादव ने कहा कि पार्टी के अधकृत प्रत्याशी के साथ ही पूरी पार्टी है। नाराज कार्यकर्ताओं को मना लिया जाएगा।
कांग्रेस की कई सीटों पर विवाद
मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। इससे पहले कांग्रेस अब तक तीसरी सूची जारी कर चुकी है। इसके अलावा 55 सीटों पर और फैसला होना है। यह ऐसी सीटें हैं जहां कई दावेदार हैं। इनमें कांग्रेस नेता गोविंद गोयल, साजिद अली सड़क पर उतर आए हैं। दोनों ही मध्य क्षेत्र से प्रत्याशी बनाए गए आरिफ मसूद का विरोध कर रहे हैं। आज साजिद अली समर्थकों ने कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर जमकर विरोध प्रदर्शन भी किया। विरोध प्रदर्शन की भनक लगते ही आरिफ मसूद समर्थक भी पहुंच गए, उन्होंने आरिफ मसूद जिंदाबाद के नारे लगाए।
टिकट बेचने का आरोप
इधर, साजिद अली के समर्थकों ने पीसीसी पर प्रदर्शन कर आरोप लगाया कि कांग्रेस की टिकटें पैसा लेकर बेची जा रही है। उनके समर्थकों ने जमकर नारेबाजी भी की।
पचौरी का विरोध
पचौरी के खिलाफ भी कई कांग्रेसी मुखर हो गए। उन्होंने पचौरी की फोटो का अपमान किया और विरोध में नारेबाजी की। कांग्रेस कार्यकर्ता भोजपुर विधानसभा सीट से पचौरी को टिकट देने के खिलाफ थे। उनका कहना था कि पचौरी पहले भी चुनाव हार गए हैं, लेकिन उन्हें दोबारा टिकट दिया गया है।
बीजेपी में भी विरोध
भोपाल की गोविंदपुरा सीट को अब तक होल्ड पर रखने से भी भाजपा नेता टेंशन में है। इस बीच वर्तमान विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर भी चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा जता चुके हैं। इसके अलावा उनकी पुत्र वधू ने भी गोविंदपुरा सीट से अपना दावा ठोका है। दोनों ने मंगलवार को पर्चे भी खरीद लिए हैं। इसके अलावा भोपाल मध्य से ध्रुवनारायण सिंह भी दावेदार थे। वे इसी सीट से विधायक रह चुके हैं। ध्रुव भी पिछले कुछ समय से पार्टी से साइडलाइन चल रहे हैं। वे शहला मसूद मर्डर केस में नाम आने के बाद चर्चाओं में आ गए थे, हालांकि उनके खिलाफ कोई मामला नहीं बना था।
सरताज के भी तीखे तेवर
बाबूलाल गौर के बाद सरताज सिंह भी अपनी ही पार्टी को घेरने में लगे हैं। उन्होंने भी कहा कि यदि पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती है तो वे अपने कार्यकर्ताओं से चर्चा कर कोई निर्णय लेंगे। उधर, सरताज सिंह को मनाने के लिए मुख्यमंत्री ने फोन पर बात की और उनसे अपनी पसंद के उम्मीदवार का नाम सुझाने का आग्रह किया। उन्होंने भी अपने पसंद के उम्मीदवार का नाम सुझाया है। सरताज ने मीडिया को यह भी कहा कि पार्टी में कोई पद न मिले चलेगा, लेकिन सम्मान तो मिलना चाहिए। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर और पूर्व मंत्री सरताज सिंह दोनों ही उम्र दराज होने के चलते पार्टी से साइडलाइन चल रहे हैं।