कांग्रेस हाईकमान प्रदेश नेताओं के साथ दावेदारों को टिकट देने के लिए स्क्रिनिंग कमेटी की बैठक कर तीन दिन से माथापच्ची कर रहे है भाजपा—कांग्रेस के नेता कमरे के अंदर उम्मीदवारों के नाम काट और जोड़ रहे हैं तो बाहर उम्मीदवार बनने की उम्मीद संजोए दावेदार अपनी बारी का इंतजार कर रह हैं।
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में दावेदारी के नारे लग रहे हैं, कोई उम्मीदवार बनाने तो कोई संभावित उम्मीदवार को हटाने की मांग कर रहा है। भाजपा के बड़े नेता दफ्तर में मौजूद हैं तो दावेदार साउंडप्रूफ कमरे में अपनी आवाज पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस मुख्यालय में नजारा इससे अलहदा है, यहां पर उतने लोग भी मौजूद नहीं हैं जितने कमरे उनको आवंटित किए गए हैं।
मीडिया से जुड़ नेता जरूर अपनी सेवाएं दे रहे हैं लेकिन बाकी पीसीसी में अन्य नेताओं की गैर मौजूदगी है। कांग्रेस के बड़े नेता दिल्ली में उम्मीदवारों की सूची की स्क्रीनिंग कर रहे हैं इसलिए दावेदारों का जमघट पीसीसी की जगह एआईसीसी में लगा हुआ है।
– पीसीसी नहीं दिल्ली पर जोर –
कांग्रेस में टिकट के दावेदारों का जोर भोपाल की जगह दिल्ली पर लगा हुआ है। भोपाल के कांग्रेस मुख्यालय में लोग कम नजर आ रहे हैं। पीसीसी की तीन माले की बिल्डिंग में करीब २५ कमरे हैं जो ३५ लोगों को आवंटित किए गए हैं। इनमें से महज दस लोग ही अपने कक्ष में काम करते हुए नजर आए अन्य कक्षों में या तो ताला था या फिर कुर्सी खाली। ग्राउंड फ्लोर पर मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा, उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता और अभय दुबे समेत मीडिया पैनेलिस्ट की टीम, कमलनाथ के मीडिया प्रभारी नरेंद्र सलूजा कक्ष में थे, तीसरे माले पर संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर,अशोक जैन और उपाध्यक्ष राजीव सिंह, महामंत्री नरेश सराफ ही अपने कक्ष काम कर रहे थे। दावेदारों की भीड़ दिल्ली में है क्योंकि वहां पर स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक है इसीलिए यहां पर दावेदारों की आवाजाही कम ही नजर आई।