इससे पहले भाजपा के तीन और विधायक कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। उधर गुना जिला पंचायत अध्यक्ष अर्चना चौहान के पति भाजपा नेता बल्लू चौहान और मंडीदीप की पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पूर्णिमा जैन ने भी शुक्रवार को भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया।
प्रमिला सिंह को नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने शहडोल में कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। पार्टी ने जयसिंह नगर विधानसभा से जयसिंह मरावी को टिकट दिया है। भाजपा नेता व मंडीदीप की पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पूर्णिमा जैन को पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी व प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।
वर्ष 2015 में पूर्णिमा के यहां आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में लोकायुक्त छापा भी पड़ा था। इसके पहले सिवनी मालवा के विधायक और पूर्व मंत्री सरताज सिंह, तेंदुखेड़ा विधायक संजय शर्मा और सेमरिया विधायक नीलम मिश्रा भी कांग्रेस में शामिल हो चुके हें। वहीं भिंड विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह सपा में चले गए हैं तो महेश्वर से टिकट कटने के बाद विधायक राजकुमार मेव निर्दलीय मैदान में उतरे हैं।
भाजपा के डैमेज कंट्रोल पर सवाल-
भाजपा में पिछले तीन चुनाव में कभी इतनी टूट नहीं हुई जितनी इस बार हुई है। २०१३ के विधानसभा और २०१४ के लोकसभा चुनाव में तो भाजपा ने कांग्रेस में ऐसी सेंध लगाई थी कि उसके सारे सियासी समीकरण ही बिगड़ गए थे। पिछली बार कांगे्रस का कमजोर प्रदर्शन रहा था। लेकिन इस बार भाजपा के कमजोर डैमेज कंट्रोल के कारण अब तक तीन दर्जन से ज्यादा बड़े नेता पार्टी छोड़ कर जा चुके हैं।
ऐसे में भाजपा के दिग्गज नेताओं के मैनेजमेंट क्षमता पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो रहा है।