१९९० ने चुनाव जीत रहे हैं जयंत मलैया
दमोह विधानसभा सीट को भाजपा और जयंत मलैया का गढ़ माना जाता है। राज्य के वित्त मंत्री जयंत मलैया साल १९९० से लगातार इस सीट से भाजपा का नेतृत्व कर रहे हैं और जीत दर्ज कर रहे हैं। कांग्रेस ने मलैया को हराने के लिए हर विधानसभा चुनावों में अपने उम्मीदवार बदले पर कांग्रेस का कोई भी उम्मीदवार जयंत मलैया को चुनाव नहीं हरा सका। हां कई बार मलैया को कड़ी टक्कर जरूर मिली पर परिणाम बीजेपी के ही पक्ष में रहे। यहां की दमोह विधानसभा सीट पर पिछले 28 साल से बीजेपी का कब्जा है। इस विधानसभा सीट पर कुल 2.12 लाख मतदाता हैं जबकि दमोह संसदीय क्षेत्र भी है। दमोह लोकसभा सीट के अंतर्गत 7 विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें 3 सीटें दमोह जिले की हैं और बाकी 3 सीट सागर जिले, एक सीट छतरपुर जिले में आती है।
जयंत कुमार मलैया का जन्म 20 फरवरी 1947 को राज्य के सागर जिले में हुआ। जयंत ने वाणिज्य स्नातक और एलएलबी की शिक्षा प्राप्त की है। मलैया 5 बार विधायक रह चुके मलैया है। जबकि उमा भारती, बाबूलाल गौर सरकार में मंत्री रहे और मौजूदा समय में शिवराज सरकार में वित्त मंत्री हैं।