चुनाव में शराब, रुपए तथा अन्य सामग्रियां न बांटी जाए, इसके लिए सभी जिलों में तैनात 1770 व्यय निगरानी टीम को राजनीतिक पार्टियों, प्रत्याशियों और उनके समर्थकों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए हैं।
यह जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया की अंतर्राज्यीय सीमाओं पर बनाए गए 456 नाके और प्रदेश में स्थित शराब की 40 फैक्ट्रियों, 80 गोदामों से शराब बाहर निकलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।
बालाघाट में ७६ पुलिस कंपनियां होंगी तैनात
चुनाव के दौरान नक्सल प्रभावित जिला बालाघाट में सबसे ज्यादा पुलिस बल तैनात किए जाएंगे। मतदान के दिन यहां 76 सेट्रल पुलिस बल कंपनियां लगाई जाएंगी।
जबकि भिंड में 24, छिंदवाड़ा और मुरैना में 19-19, भोपाल-सागर जिले में 18-18 और शिवपुरी जिले में 12 कंपनियां तैनात की गई हैं।
सीईओ कांताराव ने बताया कि प्रदेश के 80 हजार पुलिस कर्मियों 33 हजार होमगार्ड के जवानों की चुनाव ड्यूटी लगाया गया है। इसके अलावा 66 हजार पैरा मिलिट्री फोर्स को मतदान केन्द्रों और जिलों में तैनात किया जाएगा।
तीन हेलीकाप्टर होंगे तैनात
सीईओ ने बताया कि चुनाव में तीन हेलीकाप्टरों का उपयोग किया जाएगा।
मतदान के एक दिन पहले से मंडला और बालाघाट जिले में एक-एक हेलीकाप्टर खड़ा किया जाएगा,जबकि तीसरा हेलीकाप्टर भोपाल में खड़ा किया जाएगा, जो एयर एम्बुलेंस के रूप में काम करेगा।
जंगलों में लगेगा सेटलाइट फोन
वन क्षेत्रों में बनाए गए मतदान केन्द्र जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं है वहां मतदानकर्मियों से संवाद करने के लिए सेटेलाइट फोन का स्तेमाल किया जाएगा। आयोग ने 20 सेलेटलाइट फोन लेकर संबंधित जिलों को उपलब्ध करा दिए हैं। इसके अलावा 20 हजार चालू वायरलेस सेट की व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा प्रदेश चार हजार अतिरिक्त वायरलेस सेट है तथा 3 हजार 300 है, सेट अन्य राज्यों से मांगे गए हैं। इस तरह से कुल 28 हजार वायरलेट की मदद ली जाएगी।
प्रत्याशियों को हलफनाम जमा करने का एक मौका और
सीईओ कांताराव ने बताया कि जिन प्रत्याशियों ने अपने हलफनामे की स्वच्छ प्रति जिला निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध नहीं कराई है, उन्हें यह देने के लिए एक मौका और दिया गया है।
इन प्रत्याशियों को हलफनामे की साफ कापी जिला निर्वाचन कार्यालय में रविवार तक जमा करने के लिए कहा गया था। सोमवार उन प्रत्याशियों के हलफनामे को आयोग की वेब साइट में लोड कर दिया जाएगा।
बताया जाता है कि करीब डेढ़ से अधिक प्रत्याशियों का हलफनामे की स्वच्छ प्रति जिला निर्वाचन कार्यालय में नहीं जमा की गई है।
सेक्टर मजिस्ट्रेटों के पास होगी दस अतिक्ति मशीनें
कांताराव ने बताया कि प्रदेश में 125 फीसदी ईवीएम और वीवी पैट उपलब्ध हैं। इन मशीनों पर प्रत्याशियों के नाम और चुनाव चिन्हि सेट कर लिए गए हैं।
मतदान के दिन सेक्टर मजिस्ट्रेट को दस अतिरिक्त मशीने दी जाएंगी। मतदान के दौरान जहां भी मशीनें खराब होंगी वहां ईवहीएम और वीवी पैट पहुंचाने का काम सेक्टर मजिस्ट्रेट द्वारा की जाएगी। एक सेक्टर मजिस्ट्रेटों के अंदर दस मतदान केन्द्रों के देख-रेख की जिम्मेदारी