भोपाल

आज दौड़ेंगे चांदनी, पेप्सी और प्रताप

खेल और युवा कल्याण विभाग की ओर से बिशनखेड़ी स्थित मप्र घुड़सवारी अकादमी में प्रदेश की पहली नेशनल घुड़वारी प्रतियोगिता का आगाज होगा।

भोपालDec 23, 2017 / 09:33 am

pankaj shrivastava

109 participants performed at the open jumping event on Friday at the venue of the competition.

भोपाल। खेल और युवा कल्याण विभाग की ओर से बिशनखेड़ी स्थित मप्र घुड़सवारी अकादमी में प्रदेश की पहली नेशनल घुड़वारी प्रतियोगिता का आगाज होगा। इस दौरान उच्च नस्ल के कीमती घोड़े आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। प्रतियोगिता के लिए करीब दो सौ घोड़ राजधानी पहुंच गए हैं। जिसमें अकादमी के 28 घोड़े भी शामिल हैं। लेकिन लोगों की नजरें ओलम्पिक खेलों में शामिल वार्म ब्लड नस्ल और थारो ब्रीड के घोड़ो टिकी रहेंगी। जिसमें घुड़वारी पदक के लिए उतरेंगे। इसमें ‘जम्पिंग’ में पदक जिताने वाले अकादमी के स्टेडीबॉय, पेप्सी, इवान स्टोन विशेष आकर्षण का केंद्र होंगे। वहीं, जम्पिंग और क्रास कन्ट्री रेस में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली ‘चांदनी’ के अलावा ‘तेज’ चार्ली, अर्जीनिया, प्रताप आदि घोड़े भी शामिल होंगे। प्रतियोगिता के इवेंट्स सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक चलेंगे। प्रतियोगिता का उद्घाटन दोपहर 2 बजे खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया करेंगीं।
स्वास्थ्य परीक्षण में 4 घोड़े फेल
प्रतियोगिता स्थल पर शुक्रवार को ओपन जम्पिंग इवेन्ट में 109 खिलाडिय़ों ने प्रदर्शन किया। इसके पहले राष्ट्रीय घुड़सवारी संघ द्वारा भेजे गए चिकित्सकों द्वारा विभिन्न प्रांतो से पहुंचे 237 घोड़ों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें 4 घोड़े फेल हुए है। जिसमें दो पूणे, एक दिल्ली और एक बेंगलूरु का घोड़ा शामिल हैं। घुड़सवारी अकादमी के मुख्य प्रशिक्षक केप्टन भागीरथ ने बताया कि शनिवार को सुबह 7 बजे से चिल्ड्रन ग्रुप-2 में जम्पिंग और चिल्ड्रन-1 ग्रुप में डे्रसाज के मुकाबले खेले जाएंगे।
जूरी की 15 सदस्यीय टीम बनी
प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका के निर्वहन के लिए नेशनल घुड़सवारी फेडरेशन द्वारा ऑफिसियल्स और जूरी के 15 सदस्यीय टीम गठित की गई है, जो विजेताओ की घोषणा करेगी। जबकि प्रतियोगिता में देश के 18 राज्यों की टीमों के करीब 200 घुड़सवार कई स्पर्धाओं में खेल का प्रदर्शन करेंगे। प्रतियोगिता में 15 स्पर्धाएं होंगी। प्रतियोगिता में पहली बार 2 किलोमीटर की क्रॉस कन्ट्री रेस मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेगी। इसके लिए दो किलोमीटर का ट्रेक बनाया गया है। शो-जम्पिंग के लिए पांच और ड्रेसाज के लिए तीन प्रेक्टिस एरिया बनाए गए हैं। घोड़ो के लिए पचास पक्के अस्तबल के अलावा अस्थाई अस्तबल भी बनाए गए हैं। कैम्प में घोड़ों के लिए चिकित्सा, दाना-पानी, विद्युत, आदि की व्यवस्थाएं की गई है।
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