ऐसे बनेगा अकाउंट
इस ऐप का इस्तेमाल बेहद आसान है। सबसे पहले अपने मोबाइल फोन में गूगल प्ले स्टोर पर जाकर एमपी किसान एप डाउनलोड करें । ऐप इंस्टॉल होने के बाद उसके मेनी ऑप्शन में क्लिक करें जहां पर अकाउंट जोड़ने का ऑप्शन मिलेगा। अकाउंट जोड़ने के लिए जिला /तहसील/ ग्राम या खसरा आदि का चयन करते हुए अपने खाते को जोड़े। चैन करते ही आपके सामने पूरी जानकारी सामने होगी। किसी भी खसरे पर क्लिक करने पर एआई के माध्यम से जानकारी उपलब्ध होगी। किसान के सहमत होते ही एक क्लिक पर फसल की सारी जानकारी दर्ज हो जाएगी।
यह ऐप एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ऐप है जिसके माध्यम से किसानों द्वारा दी गई जानकारी का सत्यापन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और पटवारी के द्वारा किया जाएगा। मूल रूप से इसका उपयोग फसल हानि, न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना, भावांतर योजना, किसान क्रेडिट कार्ड और किसान ऋण के लिए किया जाएगा। किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा यह एक बड़ा निर्णय लिया गया है। इस ऐप का इस्तेमाल कर किसानों को अधिकारियों के पास चक्कर काटना नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही पटवारियों का भी फील्ड पर जाने का भी बोझ कम होगा।
इस ऐप के लांच होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि किसान केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं और सुविधाओं का लाभ उठाएं। 'मेरी गिरदावरी- मेरा अधिकार' के तहत एमपी किसान एप में अपनी फसल अपलोड करें।