‘सकारात्मक मर्दानगी’ का पाठ पढ़ेंगे नौनिहाल, पुरुष प्रधान मानसिकता दूर करने में बनेंगे मददगार
भोपालPublished: Apr 28, 2023 11:39:07 pm
-महिलाओं की सुरक्षा-सम्मान और समानता में सहभागी बनेंगे बच्चे
-समाजिक बुराइयों दहेज प्रथा, घरेलू हिंसा को सिरे से नकारने के लिए होंगे तैयार
-नए शिक्षण सत्र में प्रदेश के 9306 स्कूलों में लगेगी एक घंटे की विशेष कक्षा


‘सकारात्मक मर्दानगी’ का पाठ पढ़ेंगे नौनिहाल, पुरुष प्रधान मानसिकता दूर करने में बनेंगे मददगार
मनीष कुशवाह
भोपाल. प्रदेश में अब हाई और हायर सेकंडरी स्कूल के विद्यार्थी ‘सकारात्मक मर्दानगी’ का पाठ पढ़ेंगे। इससे समाज में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के साथ ही पुरुष प्रधान मानसिकता को खत्म करने में सहायता मिलेगी। दरअसल, स्कूल शिक्षा विभाग और यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड (यूएनएफपीए)की मध्यप्रदेश इकाई ने कक्षा नौवीं से 12वीं तक के लिए एजुकेशन मॉड्यूल ‘उज्जवल’ तैयार किया है। इसमें 18 अलग-अलग विषयों पर न केवल शिक्षण सामग्री तैयार की है, बल्कि इसमें करवाई जाने वाली एक्टिविटी को भी बताया है। यहां बता दें, मप्र देश का पहला राज्य है, जहां पहली बार किशोरों को शिक्षा के साथ ही व्यक्तित्व विकास में सहायता मिलेगी। इसका उद्देश्य किशोरों के मन में मर्दानगी (पुरुषत्व) को लेकर सकारात्मक सोच विकसित करना है, ताकि वे किशोरियों और महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनें। उनकी भावनाओं की कद्र करें और सहयोगात्मक रवैया अपनाएं। साथ ही उनकी सुरक्षा में सहयोगी बनने के साथ ही सम्मान करें।
नए सत्र से 9306 स्कूलों में शुरू होगा प्रोग्राम
आगामी शैक्षणिक सत्र 2023-24 में प्रदेश के 9306 सरकारी हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों में ‘उज्जवल’ प्रोग्राम की शुरुआत की जाएगी। इसके लिए सप्ताह में एक दिन एक घंटे की क्लास लगाई जाएगी। इसमें 18 अलग-अलग विषयों पर विद्यार्थियों को समानता की सीख दी जाएगी। 60 मिनट के प्रत्येक सत्र में विषय से संबंधित दो एक्टिविटी कराई जाएंगी। इसके बाद पांच मिनट में शिक्षक विषय के महत्व और अगले पांच मिनट में विद्यार्थियों द्वारा किए जाने वाले प्रयासों पर बात की जाएगी। यहां बता दें, फिलहाल नौवीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए एकसमान मॉड्यूल बनाया है, पर बाद में इसे कक्षावार तैयार किया जाएगा।