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वीकेंड पर दिल्ली-एनसीआर के पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए मार्च 2020 में एमपी टूरिज्म करेगा ‘नमस्ते ओरछा’ की शुरूआत

locationभोपालPublished: Dec 11, 2019 08:35:16 pm

6 से 8 मार्च तक मप्र पर्यटन विभाग करेगा ‘नमस्ते ओरछा’ का आयोजन, गोल्डन ट्रायएंगल (दिल्ली-जयपुर-आगरा) में ओरछा को जोड़ कर इसे गोल्डन क्वाड्रीलैटरल बनाएंगे

MP govt to host Orchha festival NAMASTE ORCHHA in March, 2020

MP govt to host Orchha festival NAMASTE ORCHHA in March, 2020

भोपाल। देश की राजधानी से महज 5 घंटे की दूरी पर ओरछा एक ऐसा पर्यटन स्थल है जिसे राष्ट्रीय पर्यटन अवॉर्ड में बेस्ट हेरिटेज सिटी का खिताब मिला है। अब मप्र पर्यटन विभाग ओरछा के माध्यम से एमपी टूरिज्म को प्रमोट करने व खासतौर पर दिल्ली-एनसीआर के भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए मार्च 2020 में कल्चरल फेस्टिवल ‘नमस्ते ओरछा’ का आयोजन करने जा रहा है, जोकि 6 से 8 मार्च तक चलेगा। मुख्य सचिव एसआर मोहंती, प्रमुख सचिव संस्कृति पंकज राग और सचिव पर्यटन फैज अहमद किदवई ने बुधवार को मिंटो हॉल में आयोजित एक प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी।

गोल्डन ट्रायएंगल में शामिल होगा ओरछा

मोहंती ने बताया कि ओरछा पहले ही यूनेस्को वल्र्ड हेरिटेज साइट्स की सूची में है। भारत आने वाले पर्यटकों के लिए टूर ऑपरेटर्स द्वारा अभी तक गोल्डन ट्रायएंगल (दिल्ली-जयपुर-आगरा) पैकेज ऑफर किया जाता है। इस गोल्डन ट्रायएंगल में ओरछा को जोड़ कर इसे गोल्डन क्वाड्रीलैटरल (चतुर्भुज) में तब्दील किया जा रहा है।

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ओरछा में ट्रेनों का हॉल्ट कराने को लेकर रेल मंत्रालय से चर्चा

पर्यटन सचिव फैज़ अहमद किदवई ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली से मात्र 500 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ओरछा वीकेंड पर सैर के लिए बेहतरीन पर्यटन स्थल है। दिल्ली से सड़क मार्ग से (करीब 8 घंटे), ट्रेन से करीब 5 घंटे में पहुंचा जा सकता है। वर्तमान में एक ट्रेन दिल्ली से झांसी तक चलती है जिसे ओरछा तक चलाने व अन्य कुछ ट्रेनों का ओरछा में हॉल्ट कराने को लेकर रेल मंत्रालय से भी बातचीत की जा रही है। ताकि पर्यटक आसानी से ओरछा पहुंच सकें।
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विदेशी पर्यटकों की पसंद में ओरछा का दूसरा स्थान लेकिन भारतीयों की पसंद में सातवां

मप्र पर्यटन विभाग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में खजुराहो से ज्यादा विदेशी पर्यटक ओरछा आते हैं। वर्ष 2018 में ओरछा में करीब 50 हजार जबकि खजुराहो में 43 हजार विदेशी पर्यटक पहुंचे थे। मप्र में विदेशी पर्यटकों के पसंदीदा पर्यटन स्थलों में इंदौर के बाद दूसरे स्थान पर ओरछा है। वहीं मप्र में भारतीय पर्यटकों के पसंदीदा पर्यटन स्थलों में ओरछा सातवें स्थान पर है। यहां वर्ष 2018 में करीब 32 लाख पर्यटक पहुंचे।

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एक मंच पर दिखेगी मप्र की विविध संस्कृतियां

प्रमुख सचिव संस्कृति पंकज राग ने कहा, नमस्ते ओरछा के जरिए राज्य की विविध संस्कृतियां एक मंच पर आएंगी और एक सुंदर प्रदर्शन के साथ ही महोत्सव के प्रतिभागियों को मप्र की छिपी हुई धरोहर से परिचित करवाएंगी। इस दौरान होने वाली आकर्षक गतिविधियों में लोकप्रिय कलाकारों और प्रतिभागों के साथ ही नई प्रतिभाओं को भी प्रदर्शन का मौका मिलेगा। महोत्सव के दौरान पर्यटकों के लिए ‘ग्राम’ और ‘फार्म’ पर ठहरने की सुविधा दी जाएगी ताकि ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा दिया जा सके। इस तीन दिवसीय फेस्टिवल में म्यूजिक, आर्ट, वैलनेस, ट्रेवल, नेचर, एडवेंचर, हिस्ट्री और कल्चर से जुड़े कार्यक्रम आयोजित होंगे।
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यहां भगवान और राजा दोनों रूप में होती है ‘राम’ की पूजा

पर्यटन सचिव ने बताया कि ओरछा किले के परिसर में विख्यात और अनोखा राम राजा मंदिर स्थित है जिसका निर्माण भगवान राम के सम्मान में किया गया और यह एक मात्र स्थान है जहां राम की पूजा भगवान और राजा दोनों के रूप में की जाती है। यहां पर एक भव्य चतुर्भुज मंदिर भी है जो एक स्थापत्य विरासत के रूप में मंदिर, किला और महल तीनों का संगम है। शाही महल राजा महल और शीष महल हैं जो अब हेरिटेज होटल में तब्दील हो चुके हैं। जहांगीर महल है जिसका निर्माण महाराजा बीर सिंह देव ने मुगल सम्राट जहांगीर के आगमन के सम्मान में बनवाया था। साथ ही यहां फूल बाग भी है जो स्थापत्य कला का बेहतरीन नमूना है जिसमें वाटर वेंटिलेशन सिस्टम के जरिए प्राकृतिक ठंडक रहती है। इसके अलावा किले और बेतवा नदी के आसपास बड़ी संख्या में छतरियां हैं जो शहर के पूर्व शासकों की याद में बनवाई गई थीं।

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