मालूम हो कि नई शाखा के पास आयुक्त कार्यालय के स्तर से सात सरकारी समेत अन्य संकायों-विषयों के राज्य के 24 प्राइवेट-सरकारी विश्वविद्यालयों के संबंध में होने वाले आदेश-निर्देश के क्रियान्वयन का जिम्मा है। इसके अलावा इन्क्यूबेशन सेंटर यानी विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों और छात्र-छात्राओं के द्वारा किए जाने वाले नवाचार, शोध कार्य, उच्च अध्ययन के लिए विदेश यात्रा और पेटेंट आदि को लेकर लक्ष्य करना होगा। एनईपी-2020 लागू होने के बाद विश्वविद्यालय से संबंद्ध कॉलेजों में अकादमिक और अधोसंरचनात्मक उन्नयन को लेकर समन्वय बैठाना चुनौतीपूर्ण है। पाठ्यक्रम निर्धारण, पठन-पाठन के लिए किताबें, समय पर परीक्षाएं और परिणाम समय पर जारी हों, ये भी देखना है।
विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी डॉ. सपन पटेल को नई शाखा नियुक्त किया गया है। इसके अलावा सहायक वर्ग 2 और 3 के साथ एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के सेटअप की व्यवस्था की गई है। हालांकि समस्या यह है कि अभी शाखा के उक्त सेटअप के हिसाब से स्टाफ पूरा नहीं मिला है और जगह की कमी की वजह से बैठक व्यवस्था भी नहीं हो पाई है।