गौरतलब है कि इंदौर में डॉक्टरों पर हमले का आरोपी जावेद खान को एनएसए के तहत जबलपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। जबलपुर आने के बाद जावेद समेत 4 आरोपियों को कोरोना टेस्ट हुआ था, जिसमें जावेद कोरोना पॉजिटिव निकला था। उसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां से वह पिछले सप्ताह फरार हो गया था।
इधर इस बात की पुष्टि जबलपुर कलेक्टर भरत यादव ने भी की है। उन्होंने कहा कि उस टीम में युवा अधिकारी बतौर सीएसपी तैनात थे। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद आईपीएस अधिकारी के संपर्क में आने वाले सभी लोग क्वारंटीन में चले गए हैं।
नरसिंहपुर से गिरफ्तार गौरतलब है कि जावेद को वाहन चेकिंग के दौरान उसे नरसिंहपुर जिले से गिरफ्तार किया गया था, जब वह इंदौर भाग रहा था। उसे नरसिंहपुर से लाने के लिए एक आईपीएस अधिकारी समेत 20 लोगों की टीम गई थी। दरअसल, जावेद खान इंदौर में डॉक्टर्स टीम पर हुए हमले का मुख्य आरोपी है। इंदौर के टाटपट्टी बाखल में स्क्रीनिंग के लिए गई टीम पर हमला करने का आरोप है।
जबलपुर में 59 केस
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में सबसे पहले जबलपुर में ही कोरोना के मरीज मिले थे। शुरुआती 4 मरीजों के बाद 4 इनके संपर्क में आए और लोग मिले थे। फिर 10 दिन तक कोई नया केस सामने नहीं आया। लेकिन अब जबलपुर में कोरोना के 59 मरीज हो गए हैं, जिसमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में सबसे पहले जबलपुर में ही कोरोना के मरीज मिले थे। शुरुआती 4 मरीजों के बाद 4 इनके संपर्क में आए और लोग मिले थे। फिर 10 दिन तक कोई नया केस सामने नहीं आया। लेकिन अब जबलपुर में कोरोना के 59 मरीज हो गए हैं, जिसमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।