विदिशा जिले के ग्यारसपुर तहसील के एक गांव में प्रशासन के द्वारा किसानों के साथ अपराधियों जैसा व्यवराहर किया गया है। ग्राम मानोरा में सोयाबीन, उड़द के सर्वे के दौरान सर्वे टीम ने किसानों के गले में स्लेट को तख्ती के रूप में डोरी से बांधकर लटकाया और उस पर किसान का नाम, फसल का नाम और रकबा नंबर लिखकर फोटो खींचना शुरू कर दिया।
दरअसल, शनिवार को पटवारी रामचरण बोरा, मानोरा गांव पहुंचे थे। सोयाबीन और उड़द का सर्वे करने के बाद पटवारी ने 90 किसानों के गले पर स्टेल टांग कर फोटो खींचवाई। कुछ किसानों ने आपत्ति जताई तो पटवारी ने कहा यह ऊपर से आदेश है जिसके बाद किसानों ने फोटो खिंचवाई।
कलेक्टर ने कहा- पारदर्शिता के लिए किया होगा
इस तरह की फोटो वायरल होने के बाद कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा- पारदर्शिता के लिए कुछ कर्मचारियों ने ऐसा किया होगा, लेकिन इस तरह से सर्वे की जानकारी मिलते ही स्लेट गले में डालकर या पकड़वाकर फोटो खींचने पर तत्काल रोक लगा दी है। एसडीएम को जांच के लिए भी कहा है। यह भी कहा है कि सर्वे के दौरान किसी भी किसान के साथ गलत व्यवहार न हो।
इस तरह की फोटो वायरल होने के बाद कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा- पारदर्शिता के लिए कुछ कर्मचारियों ने ऐसा किया होगा, लेकिन इस तरह से सर्वे की जानकारी मिलते ही स्लेट गले में डालकर या पकड़वाकर फोटो खींचने पर तत्काल रोक लगा दी है। एसडीएम को जांच के लिए भी कहा है। यह भी कहा है कि सर्वे के दौरान किसी भी किसान के साथ गलत व्यवहार न हो।
कृषि मंत्री ने कहा- होगी कार्रवाई
वहीं, इस मामले में कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा- इस घटना की जांच कराई जाएगी। जो भी आधिकारी और कर्मचारी इसतके दोषी होंगे इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस की सरकार किसानों की सरकार है। किसानों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।