जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य, सरपंच और पंच पदों पर नाम वापसी की अंतिम तिथि 10 जून बीतने के बाद यह तस्वीर सामने आई है। सरपंच पद के लिए पुरुषों से 9,527 और पंच से 24,745 ज्यादा महिला दावेदार मैदान में है। इसके पीछे प्रमुख वजह राज्य सरकार की वह घोषणा है, जिसमें कहा गया है कि जिस भी पंचायत में महिलाएं निर्विरोध चुनी जाएगी, उन्हें 15 लाख की राशि दी जाएगी। महिला प्रत्याशियों की सर्वाधिक दावेदारी चंबल और ग्वालियर संभाग में है। नीमच में जिला पंचायत सदस्य में महिलाओं की संख्या पुरुषों से दुगनी है हालांकि ज्यादा सरपंच पुरुष बनेंगे।
मध्य प्रदेश में समरस ग्राम पंचायतों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सम्मानित करेंगे। इन पंचायतों को 5 लाख से लेकर 15 लाख तक की पुरस्कार राशि दी जाएगी। ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं, उन पंचायतों को पुरस्कार राशि में 5 लाख और सरपंच पद के लिए वर्तमान निर्वाचन और पिछले चुनाव में लगातार निर्विरोध जीतने पर सात लाख की पुरुस्कार राशि दी जाएगी। ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच और पंच निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं, उन पंचायतों को 7 लाख पुरस्कार राशि दी जाएगी। साथ ही ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच और पंच महिलाएं निर्वाचित हुई हैं, उन सभी को 12 लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। जिस पंचायत में सरपंच एवं पंच के सभी पदों पर महिलाओं का निर्विरोध निर्वाचन हुआ है, उसे सबसे अधिक 15 लाख रुपए की पुरुस्कार राशि दी जाएगी।
सीएम के गृह जिले में पुरुष आगे
सरपंच पद के नामांकन में सीएम के गृह जिले सीहोर में मामला कुछ और है। यहां पुरुष दावेदार महिलाओं से ज्यादा है यहां 1498 पुरुष और 1478 महिलाओं ने नामांकन भरे हैं। उज्जैन में पुरुष 1606 और महिलाएं 1579, मंदसौर में पुरुष 1450 को महिलाएं 1440 वहीं नीमच में पुरुष दावेदार 718 तो महिलाओं की संख्या 697 हैं।