पुलिस के वाट्सएप मॉनिटरिंग सेल ने 10 अप्रैल को भारत बंद को लेकर सोशल मीडिया में भ्रामक मैसेज डालने वाले 10 लोगों को नोटिस जारी किया है। इन सोशल मीडिया यूजर्स से पुलिस पूछताछ कर आगे की कार्रवाई करेगी। इसके अलावा फेसबुक पर आरक्षक विरोधी नामक फेसबुक पेज पर भी पोस्ट की जा रही हैं, उनकी जांच भी सेल ने शुरू कर दी है। पुलिस का कहना कि ऐसे लोगों पर आईटीएक्ट समेत विभिन्न धाराओं पर मामला दर्ज कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सख्त कार्रवाई की जा रही है। हमारी अपील है कि आम जनता अफवाह पर ध्यान नहीं दे।
जयदीप प्रसाद, आईजी
ग्वालियर. मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह ने शनिवार को कहा कि ग्वालियर में 2 अप्रैल को जो कुछ हुआ उसकी वजह सोशल फैब्रिक टूटना है। सबको मिलकर इससे बाहर निकलना होगा। उन्होंने कहा कि अब लोग 10 तारीख के बंद को लेकर लोग चिंता में हैं, लेकिन यह बंद तो सिर्फ सोशल मीडिया पर फैलाई हुई अफवाह है। बंद के लिए अभी तक किसी संगठन, राजनीतिक दल ने सामने आकर इजाजत नहीं मांगी है। लोग निश्चिंत रहें, १० तारीख को कोई बंद नहीं होगा।
शांति प्रिय शहर है। जातिगत आधार पर बैर रखना ठीक नहीं है, सबको मिलकर इससे बाहर आना होगा। वहीं शनिवार को ग्वालियर, भिंड और मुरैना के सभी कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्रों में शांति का माहौल बना रहा। कफ्र्यू में ढील के दौरान कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।