हम लगातार युवाओं को रोजगार देने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में यह फीस वृद्धि का निर्णय युवाओं के साथ कुठाराघात होकर पूरी तरह से अनुचित है। सीएम ने कहा कि तत्काल इस फ़ीस वृद्धि के निर्णय पर पुनर्विचार कर इसे वापस लिया जाना चाहिए। वहीं सांसद विवेक तन्खा ने ट्वीट कर कहा कि पिछले १५ साल पीएससी की परीक्षाएं सवालों के घेरे में रही हैं। इस वक्त जरुरत भरोसा कायम कराने की है न की फीस वृद्धि की।
दो से तीन गुना तक बढ़ी फीस :
एमपी पीएससी ने परीक्षा का आवेदन शुल्क दो से तीन गुना तक बढ़ा दिया है। राज्य वन सेवा और राज्य सेवा में आरक्षित वर्ग के लिए फीस 250 रुपए से बढ़ाकर 750 रुपए कर दी है, जबकि सामान्य श्रेणी और राज्य से बाहर के उम्मीदवारों के लिए ये फीस 500 से बढ़ाकर 1500 रुपए कर दी गई है।
वहीं सहायक संचालक,कृषि की परीक्षा के लिए भी फीस में इजाफा किया गया है। इसमें आरक्षित श्रेणी के लिए फीस 600 से बढ़ाकर 1250 की गई है जबकि सामान्य श्रेणी और प्रदेश से बाहर के उम्मीदवारों को आवेदन करने के लिए 2500 रुपए चुकाने होंगे।