विधेयक से कानून बनने तक मिलेगी शिक्षा
संसदीय पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को प्रश्नकाल, ध्यानाकर्षण, शून्यकाल सहित अन्य जानकारी शामिल होंगी। इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को यह बताने का प्रयास होगा कि सदन में किस प्रकार से कार्य होता है। विधेयक किस प्रकार से कानून का रूप लेता है। इन पूरे विषयों को रूचिकर ढंग से कक्षा में पढ़ाने और पाठ्यक्रम में शामिल करने को कहा गया है। प्रयोग के तौर पर स्कूलों में इसका मंचन भी किया जाने के निर्देश भी संसदीय कार्य विभाग ने दिए हैं। कार्यक्रम के दौरान चुने हुए जनप्रतिनिधि को आमंत्रित करने को कहा गया है।