पुलिस सुसाइड का मामला दर्ज कर आस पास के लोगों से बात कर रही है। पुलिस का कहना है जांच के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा। वहीं परिजनों का कहना है कि बच्चों को किसी प्रकार का तनाव नहीं था पढ़ने में भी ठीक था लेकिन बच्चे ने बीती रात में सुसाइड क्यों किया। इसका कोई पता नहीं है।
फांसी पर लटकी थी बच्ची
हालांकि स्कूल और मृतक के दोस्तों से मिली जानकारी में पता चला कि बच्चा कुछ दिनों से किसी से बात नहीं कर रहा था। ऐशबाग पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी हैं। परिजनों ने बताया कि वह कमरे में मां से सोने जाने का बोलकर गई थी। शाम को जब वह कमरे से बाहर नहीं निकली तो परिजनों ने उसका कमरा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
पिता ने खिड़की से झांककर देखा तो वह फांसी पर लटकी हुई थी। परिजनों ने तत्काल पुलिस को सूचना देकर बुलाया। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर छात्रा के शव को उतारा और पीएम के लिए हमीदिया अस्पताल भिजवाया। फिलहाल खुदकुशी करने के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।
4 मंजिला छत से गिरा ईंट बच्चे की मौत
इधर, राजधानी भोपाल के हबीबगंज थाना इलाके में 8 साल की मासूम बच्ची पर निर्माणनधीन बिल्डिंग की 4 मंजिला छत से ईट गिर गई। सिर पर ईंट लगने से मासूम गम्भीर रुप से घायल हो गई। बच्चे के परिजन उसे इलाज के लिए हबीबगंज स्थित नेशनल हॉस्पिटल ले गए। डाक्टरों ने बच्ची की हालत गम्भीर बताते हुये उसे हमीदिया अस्पताल रेफर किया। एक दिन इलाज चलने के बाद मासूम ने दम तोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार श्याम नगर निवासी बाबू मरावी की 8 वर्षीय बेटी सोनिया मरावी बीते गुरुवार शाम घर से थोड़ी आगे निर्माणनधीन मकान पर पास से जा रही थी। तभी मकान की चौथी मंजिल से ईंट गिरी और मासूम के सिर पर लगी। सिर पर ईंट लगने से मासूम बेहोश होकर गिर गई। मासूम के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी पर जानबूझकर ईंट फेंकी है। मकान का ठेकेदार 50 हजार रुपये लेकर मामला रफादफा करने की बात कर रहा है।