साथ काम कर रहे पुराने कर्मी एमपीआरडीसी ने दोनों टोल प्लाजा पर फिलहाल सेडमेप कर्मियों के साथ ट्रांसट्रॉय कंपनी के लिए काम करने वाले पुराने कर्मचारियों को भी कलेक्शन में लगा दिया है। एमपीआरडीसी का तर्क है कि पुराने कर्मचारियों के वेतन संबंधित विवाद को निपटाने के लिए ट्रांसट्रॉय कंपनी का लौटना जरूरी है। फिलहाल ठेका निलंबित कर दिया गया है जिसके चलते कर्मचारियों का भविष्य अधर में आ गया था। कर्मचारियों की सुविधा के लिए ही उन्हें काम पर लगाया गया है और वेतन-पीएफ बकाया विवाद भी जल्द निपटा दिया जाएगा।
नोटिस के बाद नहीं आया जवाब
एमपीआरडीसी ने ट्रांसट्रॉय को ठेका निलंबित करने के बाद चार बिंदु वाला नोटिस जारी किया था। कंपनी ने चार दिन बाद भी नोटिस का जवाब नहीं दिया है। एमपीआरडीसी ने 11 मील से मुबारकपुर तक 52 किमी लंबी सड़क का मेंटनेंस नहीं किया था। इस सड़क को बनाते वक्त थर्ड पार्टी निरीक्षण भी नहीं करवाया था। सड़क की लोड टेस्टिंग भी नहीं करवाई गई थी। कंपनी ने टोल प्लाजा का कलेक्शन भी कम दिखाया था जबकि जांच में ये चार गुना पाया गया था।
एमपीआरडीसी ने ट्रांसट्रॉय को ठेका निलंबित करने के बाद चार बिंदु वाला नोटिस जारी किया था। कंपनी ने चार दिन बाद भी नोटिस का जवाब नहीं दिया है। एमपीआरडीसी ने 11 मील से मुबारकपुर तक 52 किमी लंबी सड़क का मेंटनेंस नहीं किया था। इस सड़क को बनाते वक्त थर्ड पार्टी निरीक्षण भी नहीं करवाया था। सड़क की लोड टेस्टिंग भी नहीं करवाई गई थी। कंपनी ने टोल प्लाजा का कलेक्शन भी कम दिखाया था जबकि जांच में ये चार गुना पाया गया था।
लिखित शिकायत मिलने पर जांच की गई है। आरोप सही पाए गए हैं। प्रथम दृष्टया एमपीआरडीसी और कंपनी की लापरवाही पर नोटिस जारी किए जा रहे हैं। जैसमीन अली सितारा, सहायक आयुक्त, श्रम
श्रम विभाग से समन्वय बनाकर कर्मचारियों का बकाया भुगतान जल्दी करवा दिया जाएगा। ट्रांसट्रॉय कंपनी को नोटिस जारी कर बकाया राशि जमा करने कहा है। सुदाम पी खाडे, एमडी, एमपीआरडीसी