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11 मील-मुबारकपुर प्लाजा पर श्रम विभाग का छापा, कर्मियों को नहीं मिल रहा वेतन

locationभोपालPublished: Dec 18, 2019 05:30:11 pm

Submitted by:

Ram kailash napit

एमपीआरडीसी-ट्रांसट्रॉय कंपनी को नोटिस जारी

MPRDC toll scam

MPRDC toll scam

भोपाल. मप्र रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन (एमपीआरडीसी) के 11 मील और मुबारकपुर टोल प्लाजा पर मंगलवार सुबह श्रम विभाग की टीम ने छापा मारा। विभाग को कर्मचारियों के भविष्य निधि जमा नहीं करने और वेतन के लाखों रुपए का भुगतान नहीं करने की शिकायत प्राप्त हुई थी। श्रम विभाग की टीम ने दोपहर 12 बजे 11 मील पहुंचकर यहां टोल वसूली में लगे कर्मचारियों के बयान दर्ज किए जिसके बाद दोपहर बाद मुबारकपुर टोल प्लाजा पर कार्रवाई की गई। जांच में पाया गया कि हैदराबाद की ट्रांसट्रॉय कंपनी ने टोल कलेक्शन के लिए रखे 70 से ज्यादा कर्मचारियों का वेतन एवं पीएफ संबंधित सुविधा नहीं दी। अधिकारियों ने मौके पर एमपीआरडीसी के अफसरों को भी बुलवाया लेकिन मौके पर कोई नहीं आया। टीम ने जांच में कर्मचारियों के बयान लेकर ठेका कंपनी को नोटिस जारी किए हैं। एमपीआरडीसी को भी इस मामले में नोटिस जारी किया जा रहा है। श्रम विभाग के मुताबिक मुख्य नियोक्ता की हैसियत से एमपीआरडीसी को कर्मचारियों की सुविधाओं का ध्यान रखना था लेकिन इस काम में लापरवाही होने से कर्मियों को पिछले छह महीने से वेतन तक नहीं मिल पाया है।
साथ काम कर रहे पुराने कर्मी

एमपीआरडीसी ने दोनों टोल प्लाजा पर फिलहाल सेडमेप कर्मियों के साथ ट्रांसट्रॉय कंपनी के लिए काम करने वाले पुराने कर्मचारियों को भी कलेक्शन में लगा दिया है। एमपीआरडीसी का तर्क है कि पुराने कर्मचारियों के वेतन संबंधित विवाद को निपटाने के लिए ट्रांसट्रॉय कंपनी का लौटना जरूरी है। फिलहाल ठेका निलंबित कर दिया गया है जिसके चलते कर्मचारियों का भविष्य अधर में आ गया था। कर्मचारियों की सुविधा के लिए ही उन्हें काम पर लगाया गया है और वेतन-पीएफ बकाया विवाद भी जल्द निपटा दिया जाएगा।
नोटिस के बाद नहीं आया जवाब
एमपीआरडीसी ने ट्रांसट्रॉय को ठेका निलंबित करने के बाद चार बिंदु वाला नोटिस जारी किया था। कंपनी ने चार दिन बाद भी नोटिस का जवाब नहीं दिया है। एमपीआरडीसी ने 11 मील से मुबारकपुर तक 52 किमी लंबी सड़क का मेंटनेंस नहीं किया था। इस सड़क को बनाते वक्त थर्ड पार्टी निरीक्षण भी नहीं करवाया था। सड़क की लोड टेस्टिंग भी नहीं करवाई गई थी। कंपनी ने टोल प्लाजा का कलेक्शन भी कम दिखाया था जबकि जांच में ये चार गुना पाया गया था।
लिखित शिकायत मिलने पर जांच की गई है। आरोप सही पाए गए हैं। प्रथम दृष्टया एमपीआरडीसी और कंपनी की लापरवाही पर नोटिस जारी किए जा रहे हैं।

जैसमीन अली सितारा, सहायक आयुक्त, श्रम
श्रम विभाग से समन्वय बनाकर कर्मचारियों का बकाया भुगतान जल्दी करवा दिया जाएगा। ट्रांसट्रॉय कंपनी को नोटिस जारी कर बकाया राशि जमा करने कहा है।

सुदाम पी खाडे, एमडी, एमपीआरडीसी

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