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नगरीय निकाय चुनाव: 3 दिन के एमपी दौरे पर मुकुल वासनिक, आदिवासी वोटरों को साधने की कोशिश

locationभोपालPublished: Jan 28, 2021 10:41:52 am

Submitted by:

Pawan Tiwari

वर्तमान में कांग्रेस पास 31 आदिवासी विधायक हैं। ऐसे में कांग्रेस का फोकस आदिवासी वोटबैंक पर होगा।

नगरीय निकाय चुनाव: 3 दिन के एमपी दौरे पर मुकुल वासनिक, आदिवासी वोटरों को साधने की कोशिश

नगरीय निकाय चुनाव: 3 दिन के एमपी दौरे पर मुकुल वासनिक, आदिवासी वोटरों को साधने की कोशिश

भोपाल. मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस सक्रिय हो गए हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी मुकुल वासनिक आज से तीन दिन के दौरे पर मध्यप्रदेश आ रहे हैं। इस दौरान उनका फोकस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में होगा। मुकुल वासनिक 28 से 30 जनवरी तक मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया व शहडोल जिले के दौर पर रहेंगे। इस दौरान वे इन जिलों उम्मीदवारों का चयन करने से पहले क्षेत्रीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर चर्चा करेंगे। 28 जनवरी को मंडला और डिंडौरी, 29 जनवरी को अनूपपुर व शहडोल और 30 जनवरी को उमरिया में बैठकें करेंगे।
आदिवासी वोटबैंक पर नजर
सूत्रों का कहना है कि नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस के सामने आदिवासी वोट बैंक को अपने साथ बनाए रखना चाहती है यहीं कारण है कि प्रदेश प्रभारी आदिवासी बाहुल्य जिलों का दौरा कर रहे हैं। मध्यप्रदेश की किसी भी पार्टी का हार और जीत के पीछे आदिवासी वोट बैंक बहुत मयाने रखता है। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने प्रदेश की आदिवासी बाहुल्य 47 में से 31 सीटें जीत कर सत्ता में वापसी की थी।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि नगरीय निकाय चुनाव के साथ आगामी विधानसभा की तैयारी के मद्देनजर आदिवासी जिलों के लिए प्लान तैयार किया गया है। यही वजह है कि पिछले माह प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने आदिवासी जिलों के विधायकों, जिला अध्यक्षों सहित अन्य प्रदाधिकारियों की बैठक ली थी।
मध्यप्रदेश में आदिवासियों वोटर
मध्य प्रदेश के कुल जनसंख्या का लगभग 21% वोटर्स आदिवासी हैं। आने वाले नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में आदिवासी वोटर्स का चुनाव जीतने के महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। वर्तमान में कांग्रेस पास 31 आदिवासी विधायक हैं। ऐसे में कांग्रेस का फोकस आदिवासी वोटबैंक पर होगा।
कब होंगे नगरीय निकाय चुनाव
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा था कि मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनावों को अब और आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। 3 मार्च को फा वोटर लिस्ट प्रकाशित करने के बाद चुनाव कराए जाएंगे।
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