भोपाल के शाहजहानी पार्क में सरकार का विरोध करते हुए किए केश दान …
Mundan on International Women’s Day
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के शाहजहानी पार्क में आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस ( International Women Day ) पर महिला अतिथि विद्वानों Women guest scholar व पुरुष अतिथि विद्वानों ने mundan मुंडन करवाया। यहां बीते करीब 90 दिनों से अतिथि विद्वानों guest scholar का मप्र सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी हैं। अतिथि विद्वान नियमितिकरण Guest scholar regularization की मांग को लेकर पिछले 3 महीनों से धरने पर बैठे हैं, लेकिन अब तक मप्र सरकार की ओर से इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
भले ही ऐसे में समय समय पर सरकार के नेता और मंत्री अतिथि विद्वानों Guest scholars के पास आकर उन्हें भरोसा तो दिलाते रहे हैं, लेकिन उनके द्वारा की गई मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया जा सका हैं। इसी से नाराज होकर आज महिला दिवस पर महिला अतिथि विद्वानों सहित पुरुष अतिथि विद्वानों ने भी मुंडन करवाया।
जानकारी के अनुसार मांगे पूरी नहीं किए जाने के चलते महिला अतिथि विद्वानों Women guest scholars की ओर से आज सरकार का विरोध करते हुए ने केश दान mundan करने का फैसला लिया गया। महिला अतिथि विद्वानों द्वारा यह मुंडन आज दोपहर करीब 2 बजे कराया गया। वहीं इस दौरान एक अर्थी का भी निर्माण किया गया, जिस पर मप्र शासन नाम से पर्चे लगे हुए थे। इसके साथ ही वहां शिक्षक भर्ती की अर्थी लिखा एक पोस्टर भी लगाया गया।
विरोध में लगाए नारे… वहीं इस अवसर पर अतिथि विद्वानों guest scholars की ओर से सरकार के विरोध में नारे भी लगाए गए। इसके अलावा इस मुंडन के दौरान महिला अतिथि विद्वानों के साथ ही कई पुरुष अतिथि विद्वानों Atithi shikshak ने भी मुंडन कराया। कटनी से आई अतिथि विद्वान Atithi shikshak नीना सिंह ने मुंडन के बाद बातचीत के दौरान बताया कि तमाम कोशिशों के बावजूद सरकार की ओर से सकारात्मक रवैया नहीं आने पर ही हमें ये कदम उठाना पड़ा।
इससे पहले भी महिला अतिथि विद्वान डॉ. शाहीन खान ने 19 फरवरी को और लक्सारी दास ने 2 मार्च को मुंडन कराया था। नीमा सिंह ने बताया कि उन्होंने सरकार की शोषणकारी नीति के कारण मुंडन कराया है।
उनका कहना था कि हमारी मांगे तो मुख्यरूप से वहीं हैं जो इस सरकार ने वादा किया था, लेकिन इसके बावजूद सरकार की ओर से अपना वादा पूरा नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते सभी अतिथि विद्वान Atithi shikshak दुखी हैं।
अगला मुंडन दिल्ली में कांग्रेसराष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी soniya gandhi congress के सामने करेंगे… महिला अतिथि विद्वानों ने आह्वान किया है कि यदि राज्य सरकार ने वचनपत्र अनुसार हमारा नियमितीकरण का वादा नही निभाया तो हम दिल्ली की ओर कूच करेंगे और अपने आंदोलन को विस्तृत करते हुए अगला मुंडन दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी Congress Party National President Sonia Gandhi के सामने किया जाएगा।
कांग्रेस ने दिया था वचन… Promise of congress अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के संयोजक डॉ. सुरजीत भदौरिया, मीडिया प्रभारी डॉ. आशीष पांडेय, डॉ. देवराज सिंह सहित अन्य अतिथि विद्वानों ने बताया कि अब तक गांधीवादी तरीके से शांतिपूर्वक अपनी मांगें सरकार के समक्ष रखी हैं। वचनपत्र में कांग्रेस पार्टी ने अतिथि विद्वानों को नियमितीकरण का वचन दिया था, उसे पूरा करवाने की जिम्मेदारी उनकी बनती है। मंत्री अभी भी सिर्फ भ्रामक और चॉइस फिलिंग की अनावश्यक भाषणबाजी करके नियमितीकरण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे से ध्यान हटाना चाहते हैं।
अतिथि विद्वान Atithi shikshak संघर्ष मोर्च के सदस्यों के अनुसार हमारी उच्च शिक्षा मंत्री जी से कई बार मीटिंग हुई परन्तु परिणाम कुछ भी नही निकला जिसका प्रमुख कारण सरकार की हटबाजी और उच्चाधिकारियों द्वारा भ्रमित किया जाना रहा। अब तक में शासन सिर्फ अतिथि विद्वानों को तोड़ने कमजोर करने और दबाव बनाकर उनके आन्दोलन को खत्म करने के अलावा और कुछ नही किया।
महिलाओं का कहना है कि जब मंत्री जी ने पेट का निवाला ही छीन लिया तो अब काहे का श्रृंगार और काहे की परम्परा । उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी(Jitu Patwari) ने उनसे निरंतर झूठे वादे करके उन्हें दाने दाने के लिए मोहताज कर दिया है।