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गलियों-मोहल्लों में 1200 से अधिक छोटे-बड़े उद्योग, 30 फीसदी तो बेहद खतरनाक

locationभोपालPublished: Dec 10, 2019 01:11:02 am

Submitted by:

Ram kailash napit

लापरवाही: पांच मीटर तक सड़क पर फैला रखा है सामान, फायर ब्रिगेड का अंदर घुसना मुश्किली

municipal corporation

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भोपाल. शहर की गलियों-मोहल्लों, आवासीय क्षेत्रों में 1200 से अधिक छोटे-बड़े उद्यम खुले हुए हैं। इनमें से 30 फीसदी तो बेहद खतरनाक हैं और यदि आग लगने की स्थिति बनी तो बड़ा नुकसान होने की आशंका बनती है। कबाडख़ाना में तो बड़े कबाडिय़ों ने पांच मीटर तक रोड पर कब्जा करते हुए टायर, लकड़ी, लोहे के पुराने सामान आदि रखे हुए हैं। यदि आग लग जाए, तो यहां दमकल तक नहीं पहुंच सकती। नगर निगम के फायर ऑफिसर रामेश्वर नील का कहना है कि हम लोगों को आग से बचाव के प्रशिक्षण देते हैं। उपकरणों की जांच और उपयोग के बारे में बताते हैं। अब जिस तरह से शहर में स्थितियां है, उसके लिए बड़ी कार्रवाई की जाना चाहिए। महापौर आलोक शर्मा का कहना है कि कार्रवाई अकेले निगम के बस में नहीं है। जिला व पुलिस प्रशासन पूरी तरह से साथ होने पर ही ये संभव है।
स्थिति- 1
मंगलवारा छावनी की संकरी गलियों में छोटे-छोटे कमरे लकड़ी के कारोबार के बड़े क्षेत्र बन गए। आसपास रहने वालों का कहना है कि इससे क्षेत्र में आग की दुर्घटना का खतरा तो है ही हवा में उड़ते लकड़ी के कण शरीर में जाकर घातक बीमारियों का सबब बन रहे है। लोगों ने जिला प्रशासन से कई बार शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं की जा रही।
स्थिति- 2
घोड़ा नक्कास की गलियों में नमकीन के कारोबार से जुड़ी बड़ी कंपनियों ने बड़े-बड़े भट्टे लगा रखे हैं। यहीं पर पूरे समय सामग्री बनती है। आसपास रहने वाले चिंता में है कि कहीं इससे किसी दिन कोई बड़ा हादसा न हो जाए। वे इसकी शिकायत प्रशासन से कर चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। इन बड़े भट्टों और दिनरात असुरक्षित तरीके से चलने वाली फैक्ट्रियों से सब परेशान है।
स्थिति- 3
लखेरापुरा में भीड़भरे बाजार में रंगरेज गैस के सिलेंडरों पर बड़े भट्टे लगाकर कपड़ों पर रंगरोगन करते मिल जाएंगे। बेहद असुरिक्षत तरीके से किए जा रहे कारोबार में कोई चूक हुई और गैस के सिलेंडर्स फटे तो बड़ी जनहानि की आशंका है। आसपास वाले अन्य दुकानदार और गणमान्य जन कई बार इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही।
स्थिति- 4 इतवारा में एक बड़ी डेयरी आवासीय गली में बड़ा कारोबार कर रही है। रहवासियों प्रदूषण मंडल से शिकायत की। इस फैक्ट्री को बंद करने के लिए बाकायदा नोटिस जारी किया। स्थिति ये हैं कि डेयरी आज भी पूरे क्षेत्र में दुग्ध पदार्थों के अपशिष्ट खुले में बहाते हुए कारोबार कर रही है।
कलेक्टर के निर्देश-तंग गलियों का ऑडिट करेंगे अधिकारी
भोपाल. दिल्ली में हुई घटना के बाद राजधानी के ऐसे क्षेत्र और तंग गलियां जहां आग लगने की संभावना है। उन जगहों का फायर ऑडिट कराया जाएगा। किन गलियों में एम्बुलेंस नहीं जा सकती इसकी जानकारी भी की जाएगी। इस संबंध में सोमवार को कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने टाइम लिमिट की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि बिजली के तारों और ट्रांसफार्मरों की बिजली कंपनी नियमित निगरानी रखे और फायर सेफ्टी के उपकरण लगवाएं। ऐसा करने से आग लगने की संभावना वाले क्षेत्रों में अचानक होने वाले हादसों को रोका जा सकता है। अगर हादसा होता भी है, तो उससे नुकसान नहीं होगा। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने कहा कि विभागीय अधिकारी अपने कार्यालयों के लंबित
आवेदनों और प्रकरणों की एंट्री ऑनलाइन करें।
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