इसके बाद शव को बोरे में भरकर बाइक पर रखकर टोल नाका के पास फेंक आया। विशाल पहले परिवार में घनिष्ठता होने और उसके बाद अचानक सम्बंध तोड़ दिए जाने से आहत होकर उसने एेसा कदम उठाया। पुलिस ने विशाल को गिरफ्तार कर लिया है।
एलईडी बल्ब वितरण करने वाले ऑफिस की चाबी आरोपी विशाल के पास नहीं रहती थी। उसने वारदात करने से पहले अपने सीनियर से ऑफिस की चाबी मांगी थी। विशाल बच्चे को लेकर ऊपर गया और उसे सोफे पर पटककर उसका गला घोंट दिया।
MUST READ : बड़ी खबर : एकतरफा प्यार में नाकामयाब लड़के ने की ऐसी हरकत, बेटी के घर पहुंचने के बाद हुआ खुलासा इसके बाद शव को ऑफिस में ही छोड़कर वह नीचे बाजार में साडि़यों की दुकान पर गया और एक दुकान से साडि़यों को पैक करने का बड़ा बैग लेकर आया। बमुश्किल सीढि़यों से बोरा तो नीचे ले आया, लेकिन वह उसे रख नहीं पा रहा था। इस पर उसने राहगीर को आवाज देकर बुलाया और बैग को मोटरसाइकिल पर रखवाया।
खुद भी पढऩे में ज्यादा अच्छा नहीं
डीआईजी संतोष सिंह ने बताया कि विशाल पढऩे में बहुत अच्छा नहीं है, लेकिन वह बच्चे को अंग्रेजी का ट्यूशन पढ़ाने के बहाने जाता था। परसराम की पत्नी सविता को मामी कहता था।
डीआईजी संतोष सिंह ने बताया कि विशाल पढऩे में बहुत अच्छा नहीं है, लेकिन वह बच्चे को अंग्रेजी का ट्यूशन पढ़ाने के बहाने जाता था। परसराम की पत्नी सविता को मामी कहता था।
इस बीच उसकी परिवार में घनिष्ठता हो गई, लगातार आने-जाने से परिजनों को आपत्ति हुई तो उसका आना-जाना बंद करा दिया। अचानक सम्बंध तोडऩे से आहत विशाल ने बच्चे को मारने की योजना बनाई। विशाल स्कूल के पास कृष्णा प्लाजा में काम करता है।
वहीं पुलिस का यह भी कहना है कि बच्चे के घर में ट्यूशन पढ़ाने के दौरान आरोपी युवक के बच्चे की 30 वर्षीय मां से कथित तौर पर अवैध संबंध हो गये थे। बैरागढ़ पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक सुधीर अरजरिया ने आज बताया कि राजेन्द्र नगर के रहने वाले भरत उर्फ कार्तिक महावर (8) के अपहरण और हत्या के आरोप में पड़ोस में रहने वाले और बच्चे के घर में उसे ट्यूशन पढ़ाने वाले युवक विशाल रूपाणी को पकड़ा गया है।
स्कूल के बाहर बहलाकर ले गया
भरत रोजाना ऑटो से आता-जाता था, लेकिन सोमवार को विशाल स्कूल पहुंचा और गेट के सामने खड़े भरत को पैदल अपने ऑफिस ले गया। वहां भरत को नीचे दबाकर जूते की लेस से उसका गला घोंट दिया। हत्या के बाद विशाल ने शव को बोरे में बंद करके सिलाई कर दी, ताकि किसी को शक न हो। इसके बाद बाइक से बैरागढ़ के बाहर ले जाकर टोल नाके के आगे झाडि़यों में फेंक आया।
भरत रोजाना ऑटो से आता-जाता था, लेकिन सोमवार को विशाल स्कूल पहुंचा और गेट के सामने खड़े भरत को पैदल अपने ऑफिस ले गया। वहां भरत को नीचे दबाकर जूते की लेस से उसका गला घोंट दिया। हत्या के बाद विशाल ने शव को बोरे में बंद करके सिलाई कर दी, ताकि किसी को शक न हो। इसके बाद बाइक से बैरागढ़ के बाहर ले जाकर टोल नाके के आगे झाडि़यों में फेंक आया।
इकलौते चिराग को मार दिया, उसे मौत की सजा मिले :- पड़ोसी युवक की नफरत का शिकार मासूम भरत का शव मंगलवार दोपहर 12 बजे जैसे ही हमीदिया की मरचुरी से घर पहुंचा, वहां कोहराम मच गया। जिस मासूम को गोद में खिलाया, उसे कफन में लिपटा देख मां सविता फफककर रो रही थी।
वहीं, दादी पुष्पा का भी बुरा हाल था। पुष्पा रोते हुए कहे जा रही थी, उसने मेरे घर का चिराग बुझा दिया। उसे भी मौत की सजा मिले। वहीं, मां सविता कह रही थी कि वह बार-बार हमें बर्बाद करने की धमकी दे रहा था, यदि हमारी कोई सुन लेता तो शायद मेरा बेटा बच जाता।
भरत माता-पिता का इकलौता बेटा होने के साथ ही खानदान का चिराग था। परसराम के दोनों भाइयों के यहां तीन लड़कियां हैं। बड़ी मन्नतों के बाद पैदा हुए लड़के को पूरा परिवार बेहद चाहता था। माता-पिता और बहन के साथ तीनों भाइयों के परिवार और भरत की चचेरी बहनें भी बेहाल थीं। घटना को लेकर इलाके में भी आरोपी के प्रति आक्रोश नजर आया।
यूं किसी अनजान को मत सौंपना मासूम
परिजन भरत का शव लेकर हमीदिया की मरचुरी से निकले तो बैरागढ़ में क्राइस्ट मेमोरियल स्कूल के सामने खड़े हो गए। परिजनों ने मौन रखकर विरोध जताया और मांग की कि यूं ही किसी मासूम को अनजान को मत सौंपना। इधर, डीआईजी संतोष सिंह ने भी इस मामले में स्कूल की लापरवाही सामने आने की बात कहते हुए बिंदु को जांच में शामिल करने को कहा है।
परिजन भरत का शव लेकर हमीदिया की मरचुरी से निकले तो बैरागढ़ में क्राइस्ट मेमोरियल स्कूल के सामने खड़े हो गए। परिजनों ने मौन रखकर विरोध जताया और मांग की कि यूं ही किसी मासूम को अनजान को मत सौंपना। इधर, डीआईजी संतोष सिंह ने भी इस मामले में स्कूल की लापरवाही सामने आने की बात कहते हुए बिंदु को जांच में शामिल करने को कहा है।
बच्चे के परिजनों ने यह चार अपील की फोटो से कर रहा था ब्लैकमेल पिता परसराम का कहना है कि विशाल उनके घर ज्यादा आने-जाने लगा था। वह तड़के तीन बजे घर आ गया था, जिसके बाद उसे फटकारकर भगाया था। इसके बाद से वह लगातार धमकी दे रहा था। बच्चे के चाचा ने कहा कि आरोपी के मोबाइल में कुछ फोटो हैं जिनके आधार पर परिवार को ब्लैकमेल कर रहा था।
घर धमकाने पहुंचे मोटरसाइकिल सवार
भरत के चाचा दिलीप ने बताया कि जिस समय परिवार के पुरुष सदस्य थाने में बयान दे रहे थे, तब एक मोटरसाइकिल सवार तीन युवक घर पहुंचे और महिलाओं को गला दबाने और काट डालने की बात कहते हुए धमकाया। इसकी जानकारी हमें मिली तो हमने पुलिस को बताया, तब कहा गया कि घर किसी को भेज रहे हैं, लेकिन कोई पहुंचा नहीं, न ही युवकों का पता ही चल सका है।
भरत के चाचा दिलीप ने बताया कि जिस समय परिवार के पुरुष सदस्य थाने में बयान दे रहे थे, तब एक मोटरसाइकिल सवार तीन युवक घर पहुंचे और महिलाओं को गला दबाने और काट डालने की बात कहते हुए धमकाया। इसकी जानकारी हमें मिली तो हमने पुलिस को बताया, तब कहा गया कि घर किसी को भेज रहे हैं, लेकिन कोई पहुंचा नहीं, न ही युवकों का पता ही चल सका है।