मैंने कभी सफलता-असफलता की चिंता नहीं की सिर्फ मेहनत करते गया। आज मैं सक्सेस हूं फिर भी मेरे पापा मेहनत करते हैं, चाय का स्टॉल लगाते हैं। मैं उनसे कहता हूं कि मैंने घर बनाया है, गाड़ी खरीदी है। आप मेरे साथ चलकर रहिए। वे इतना ही कहते है कि ये सब तेरी मेहनत से बनाया है। मैं भी कुछ बनाना चाहता हूं, अपना करना चाहता हूं। मुझे उनकी यहीं बातें इंस्पायर करती है। यह बात एबीसीडी, एबीसीडी-2 में एक्टर और कोरियोग्राफर धर्मेश ने पत्रिका प्लस से विशेष बातचीत में कही। वे कई रिएलिटी शो में बतौर डांसिंग जज भी शामिल हो चुके हैं।
मैं पैदा ही डांस करने के लिए हुआ उन्होंने बताया कि मेरे पैरेन्ट्स मुझे बताते हैं कि मैं तीन-चार साल की उम्र से ही डांस करता रहता था। जब बड़ा हुआ तो जहां मौका मिला डांस किया। मुझे बचपन से ही कलरफुल कपड़ें पहनने का शौक रहा है। मेरा ड्रैसअप देखकर चॉल वाले मुझे चलता-फिरता कार्टून नेटवर्क कहते थे। आज जाकर उन ही लोगों को लगता है की हां, धर्मेश ने जो उस समय किया वो कितना सही था।
प्रभु सर मुझे चिढ़ाते थे एबीसीडी फिल्म की शूटिंग के अनुभव शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि प्रभु देवा सर के सामने मुझे डायलॉग बोलना था। इस डायलॉग में मुझे उन्हें तू करके बोलना था। मैं पहले ही उन्हें देखकर नर्वस था, क्योंकि वे मुझे इंस्पीरेशन थे। मैं बचपन से टीवी और उनकी डांसिंग को फॉलो किया करता था। उन्होंने मुझे खूब चिढ़ाया। मैं भी उन्हें चिढ़ाने लगा। तब सर ने मुझे कहा कि अब तक कम्फर्टेबल हो गए तो डायलॉग बोल सकते हैं। उन्होंने डांस स्टेप्ट्स सीखने के सवाल पर कहा कि शादी में बाराती जो डांस करते हैं, वो भी डांस है। लेकिन आपको स्टेप्ट्स फॉलो करते आना चाहिए।