नाबार्ड द्वारा अनुदान भी दिया जाएगा
हाट में किसानों को मुफ्त में बाजार और कुछ समय तक माल रखने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्हें यहां तक माल लाने और ले-जाने के संबंध में नाबार्ड द्वारा अनुदान भी दिया जाएगा।
हाट के अंदर कमरे भी बनाए जाएंगे
किसान यहां गेहूं, चना के अलावा आम, अमरूद, सहित अन्य फल और सब्जियां भी बेंच सकेंगे। किसानों को यहां ठहरने के भी व्यवस्था भी की जाएगी, जहां किसान बिना किसी शुल्क हाट में ठहर सकेंगे। इसके चलते हाट के अंदर ही कुछ कमरे भी बनाए जाएंगे।
किसानों का समितियां बन चुकी हैं
वहीं नाबार्ड द्वारा किसानों को कंपनी बनाने का भी जानकारी और प्रोत्साहन दिया जाएगा, जिससे उनके माल को ब्रांड दे सकें। प्रदेश में किसानों की सबसे ज्यादा समितियां, नाबार्ड की बाड़ी परियोजना के तहत अब तक साढ़े तीन सौ कंपनी और किसानों का समितियां बन चुकी हैं।
भोपाल में किसान हाट बनाने के संबंध में निर्णय लिया गया है। इस संबंध में राज्य सरकार के अधिकारियों से चर्चा की जा रही है।
एसके बंसल मुख्य महाप्रबंधक, नाबार्ड