नए प्रस्ताव में भोपाल नगर निगम से वार्ड क्रमांक 50 (गुलमोहर) और वार्ड 51 (शाहपुरा) को अलग कर कोलार में शामिल किया जाएगा। वार्ड 70 से 79 तक ( पंजाबी बाग, दशहरा मैदान अशोका गार्डन, राजीव गांधी वार्ड, भोपाल मेमोरियल अस्पताल, भानपुर, बड़वाई, छोला, रुसल्ली, करोंद और नवीबाग) को कोलार से हटाकर भोपाल नगर निगम में शामिल करने की तैयारी है। इस बदलाव का फायदा पुराने शहर खासकर करोंद और रुसल्ली क्षेत्र के रहवासियों को और गुलमोहर तथा शाहपुरा के लोगों को मिलेगा। पुराने ड्राफ्ट में इन वार्डों की पांच लाख की आबादी को अपने काम के लिए निगम मुख्यालय पहुंचने के लिए 20 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता।
महात्मा गांधी वार्ड, एयरपोर्ट रोड, भौंरी, हेमू कालानी वार्ड, साधु वासवानी वार्ड, महावीर गिरी वार्ड, कोह-ए-फिजा वार्ड, रॉयल मार्केट, बाग मुंशी हुसैन खां, ईदगाह हिल्स, बाबू जगजीवन राम, नारियलखेड़ा, गीतांजलि वार्ड, शाहजहांनाबाद वार्ड, जेपी नगर वार्ड, मोतीलाल नेहरू, इब्राहिमगंज वार्ड, राम मंदिर वार्ड, लालबहादुर शास्त्री वार्ड, महावीर स्वामी वार्ड, जैन मंदिर वार्ड, मोती मस्जिद वार्ड, इस्लामपुर वार्ड, रानी कमलापति वार्ड, स्वामी विवेकानंद वार्ड, डॉ.अम्बेडकर वार्ड, गोस्वामी तुलसीदास वार्ड, रानी अवंतिबाई वार्ड, मौलाना अबुल कलाम आजाद वार्ड, कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड, छत्रपति शिवाजी वार्ड, जवाहरलाल नेहरू वार्ड, पं. मदन मोहन मालवीय वार्ड, रविंद्रनाथ टैगोर वार्ड, जहांगीराबाद वार्ड, चांदबड़ वार्ड, कपड़ा मिल वार्ड, सेमरा वार्ड, नवीन नगर वार्ड, ऐशबाग वार्ड, बाग फरहत अफ्जा, महारानी लक्ष्मी बाई वार्ड, महाराण प्रताप वार्ड, संभाषचंद्र बोस वार्ड, इंदिरा गांधी वार्ड, पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड, डॉ.राजेंद्र प्रसाद वार्ड, अरेरा कॉलोनी, आशा निकेतन, गुरुनानक देव वार्ड, पंजाबी बाग, दशहरा मैदान अशोका गार्डन। राजीव गांधी वार्ड, भोपाल मेमोरियल अस्पताल, भानपुर वार्ड, बड़वाई, छोला, रुसल्ली, करोंद, नवीबाग।
गुलमोहर, शाहपुरा, मिसरोद, जाटखेड़ी, बरकतउल्ला वार्ड, बागमुगालिया वार्ड, बरखेड़ा पठानी, साकेत शक्ति वार्ड, कस्तूरवा वार्ड, बरखेड़ा बीएचईएल वार्ड, गोविंदपुरा वार्ड, खजूरीकला, हथाईखेड़ा, गौतम बुद्ध नगर, सोनागिरी, गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र, नरेला संकरी वार्ड, इंद्रपुरी वार्ड, अयोध्या नगर वार्ड, सर्वधर्म कोलार, कान्हाकुंज, दानिशकुंज वार्ड, सनखेड़ी, रतनपुर सड़क और कटारा वार्ड।
दो नगर निगम के लिए मांगे गए दावा-आपत्ति में सात दिन में 1895 सुझाव आए थे। इसमें से 1413 ने आपत्ति दर्ज कराई है तो 482 दो नगर निगम बनाने का समर्थन किया है। इन्हें जल्द ही सरकार को भेजा जाएगा।