दिग्विजय सिंह ने सुझाव दिया कि मुख्य मार्ग इंदौर-सीहोर, भोपाल-होशगांबाद, भोपाल-रासयेन, भोपाल-बैरसिया, भोपाल-बिलकिस गंज, सभी लिंक रोड पर सेटेलाइट टाउनशिप तैयार किए जाना चाहिए। यहां डेबलपमेंट के आधारपर अलग-अलग हव बनाए जाएं। इसमें आईटी, एज्यूकेशन हब इत्यादि प्रमुख हैं।
दिग्विजय सिंह ने भोपाल को ग्लोबल सिटी बनाने की बात भी कही। भोपाल शहर में मास्टर प्लान के अभाव में 300 से अधिक कॉलोनियों का विकास नहीं हो सका। एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि भोपाल शहर के ताल, तलैया, बड़े तालाब में नालों का गंदा पानी नहीं आना चाहिए। भोपाल गैस त्रासदी वाले शहर के रूप में नहीं बल्कि बेहतर सूबसूरत सिटी के रूप में पहचाना जाना चाहिए। इसको ध्यान में रखकर शहर का विकास हो। हरियाली का भी ध्यान रखा जाए।