शहर के गोविंदपुरा स्थित पशुपतिनाथ मंदिर में शाम से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लग रही थी। आम दिनों के मुकाबले यहां श्रद्धालुओं की संख्या काफी अधिक थी, इतनी संख्या में श्रद्धालुओं को देख मंदिर समिति ने जानकारी ली कि आखिर इतनी संख्या में श्रद्धालु क्यों पहुंच रहे हैं, इसके बाद पता चला कि शहर में नंदी द्वारा दूध पीने की खबर चल रही है। मंदिर के मीडिया प्रभारी दीपलाल सापकोटा ने बताया कि शाम से मंदिर में काफी भीड़ लगी थी ।
विज्ञान संचार केंद्र रविन्द्रनाथ टैगोर विवि के प्रबॉल राय का कहना है कि प्रतिमा द्वारा दूध पीने की धारणा गलत है। एेसा बिल्कुल नहीं होता, सिर्फ लगता है कि प्रतिमा दूध पी रही है। दरअसल ग्रेविटी और केपलरी एक्शन के कारण कभी कभी एेसा होता है। यह विज्ञान की एक घटना है। प्रतिमा पत्थर की बनी होती है, जिसमें बहुत सार सूक्ष्म छिद्र होते हैं। पत्थर के सूक्ष्म छिद्र दूध, पानी आदि सोख लेता है और सोखने के बाद वह नीचे गिर जाता है। इसके कारण आमतौर पर लगता है कि प्रतिमा दूध पी रही है।