चार थाना क्षेत्रों की सीमा में उत्तर-बैरसिया के क्षेत्र भी आते हैं। सोशल पुलिसिंग की मुहिम शुरू की है। इससे सभी कॉलोनियों को जोड़ा जाएगा। नर्मदा पाइप लाइन बदली जा रही हैं। आधा इंच वाले पाइपों को बदलने का प्रस्ताव निगम ने मंजूर किया है। नालों का चैनलाइजेशन होगा।
अवैध कॉलोनियों को वैध कराने के लिए रहवासी संघों से बात की जाएगी। इस कार्य में सफलता जनभागीदारी से ही मिलेगी। – क्षेत्र में दो अस्पताल मंजूर, लेकिन शहंशाह गार्डन वेलनेस क्लिनिक ही खुला। गैस राहत अस्पतालों में डॉक्टर-दवाओं की कमी, हमीदिया पर निर्भर।
बड़े शिक्षण संस्थान नहीं। सरकारी स्कूलों का उन्नयन अधर में। एक-दो को छोडकऱ ज्यादातर शालाएं जर्जर भवनों में लग रही हैं। क्षेत्र में जुआ, सट्टा और अवैध शराब की जमकर बिक्री। अपराधियों को नेताओं का संरक्षण। अशोका गार्डन, बजरिया, करोंद में हालत खराब।
– क्षेत्र के 17 वार्डों में नर्मदा सप्लाई पुरानी लाइन से। नरेला शंकरी, पातरा, अशोका गार्डन में खुले नाले बारिश में बनते हैं मुसीबत। नरेला में सबसे अधिक 127 अवैध कॉलोनियां चिह्नित हैं। बुनियादी सुविधाएं नहीं। मालिकाना हक के लिए रहवासियों और निगम में विवाद।
सिर्फ घोषणाएं कीं, काम नहीं
गैस राहत अस्पतालों के उन्नयन के लिए 50 करोड़ की योजना बनाएंगे। क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
आइटी पार्क को विकसित कराने के लिए शासन स्तर तक प्रयास किए जाएंगे। भाजपा सरकार ने सिर्फ घोषणा की थी, हम इसे आगे बढ़ाएंगे।
अपराधियों पर नकेल कसने से थाना प्रभारियों को रोका जाता है। हम सख्त और स्वच्छ छवि के अफसरों को थानों की कमान देने के पक्ष में हैं।
कॉलोनियों में सडक़ों का जाल बिछाया जाएगा। गारंटी पीरियड की सडक़ें उखड़ जाती हैं। हम इसमें होने वाले भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाएंगे।
अवैध कॉलोनियां बनाने वालों के खिलाफ मुहिम चलाएंगे, ताकि लोगों की जमापूंजी बर्बाद न हो। जो अवैध कॉलोनियां हैं उन्हें वैध कराया जाएगा।