मध्यप्रदेश के ग्वालियर और चंबल संभागों में भीषण बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। गुना से लेकर शिवपुरी, दतिया, डबरा, ग्वालियर, भिंड, मुरैना जिले के 300 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ समेत कई टीमें अलग-अलग क्षेत्रों में जुटी हुई है। इस बीच कई घरों के ढह जाने और बाढ़ में जान गंवाने वाले लोगों के लिए केंद्र सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता और पीड़ितों को 50 हजार रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री ने जताया आभार
इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री की ओर से दी गई आर्थिक सहायता पर आभार जताया है।
उपराष्ट्रपति को भी दी जानकारी
इधर, गुरुवार को सुबह मुख्यमंत्री चौहान ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को भी बाढ़ की स्थिति से अवगत कराया। चौहान न कहा कि मैंने उन्हें अवगत कराया है कि श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, भिंड और मुरैना ज़िले बाढ़ प्रभावित हैं।चौहान ने कहा है कि उपराष्ट्रपति @MVenkaiahNaidu ने मध्यप्रदेश में बाढ़ पीड़ितों के प्रति अपनी चिंता व्यक्त की है जिसके लिए मैं उनका हृदय से आभारी हूँ।
बाढ़ पीड़ितों की मदद पहली प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा है कि क्वारी नदी, सीप नदी, पार्वती नदी में आई बाढ़ के कारण कई गांव चपेट में हैं। यहां बचाव कार्य जारी है। चौहान ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को तत्काल मदद पहुंचे, यह हमारी प्राथमिकता है। सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ भोजन एवं शुद्ध पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं। संकट की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह से जनता के साथ है। हम राहत एवं बचाव में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।