नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि यूरिया की उपलब्धता से संबंधित कोई समस्या नहीं है। जहां तक इसके वितरण का सवाल है, राज्य सरकार को इस पर गौर करना चाहिए और मुझे लगता है कि वे इस पर काम कर रहे हैं। कृषि मंत्री यह दावा कर रहे हैं लेकिन किसान यूरिया के लिए तड़प रहे हैं। कई जगहों पर यूरिया की लूट के नाम पर वह आपस में ही भिड़ जा रहे हैं।
केंद्र ने कम कर दी है कोटे
तोमर कह रहे हैं कि यूरिया की कोई कमी नहीं है, जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ कह रहे हैं कि रबी मौसम के लिए यूरिया की मांग को देखते हुए हमने केंद्र सरकार से 18 लाख मिट्रीक टन यूरिया की मांग की थी। परंतु केंद्र सरकार द्वारा यूरिया के कोटे में कमी कर दी हई। एक साथ मांग आने और केंद्र सरकार द्वारा हमारे यूरिया के कोटे में कमी कर देने के कारण वितरण में जरूर कुछ स्थानों पर किसान भाइयों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है लेकिन हम लगातार यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति को लेकर प्रयासरत हैं।
यूरिया की बहुत कमी है
वहीं, प्रदेश में यूरिया की संकट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रदेश में यूरिया की बहुत कमी है। ये मुद्दा हमने केंद्र सरकार के समझ भी उठाया है। लेकिन अफसोस की बात है कि केंद्र सरकार को जो मदद करनी चाहिए, वैसी मात्रा में मदद नहीं मिल पा रही है। सिंधिया ने कहा कि केंद्र में जब कांग्रेस की सरकार थी तब हमलोग सभी राज्यों को भरपुर मात्रा में यूरिया देते थे। ये केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है। इस मुद्दे को हम आगे उठाएंगे।
वहीं, प्रदेश में यूरिया की संकट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रदेश में यूरिया की बहुत कमी है। ये मुद्दा हमने केंद्र सरकार के समझ भी उठाया है। लेकिन अफसोस की बात है कि केंद्र सरकार को जो मदद करनी चाहिए, वैसी मात्रा में मदद नहीं मिल पा रही है। सिंधिया ने कहा कि केंद्र में जब कांग्रेस की सरकार थी तब हमलोग सभी राज्यों को भरपुर मात्रा में यूरिया देते थे। ये केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है। इस मुद्दे को हम आगे उठाएंगे।
जगह-जगह हो रहे प्रदर्शन
दरअसल, प्रदेश के कई जिलों में यूरिया को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। रतलाम सहित मंदसौर, नीमच, सागर, विदिशा, शिवपुरी समेत कई जिलों में किसानों का सब्र टूट गया है। किसान यूरिया की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। कई जगहों पर सड़क जाम किया। वहीं, बीजेपी मांग कर रही है कि सरकार यूरिया की किल्लत पर श्वेत पत्र जारी करे।
दरअसल, प्रदेश के कई जिलों में यूरिया को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। रतलाम सहित मंदसौर, नीमच, सागर, विदिशा, शिवपुरी समेत कई जिलों में किसानों का सब्र टूट गया है। किसान यूरिया की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। कई जगहों पर सड़क जाम किया। वहीं, बीजेपी मांग कर रही है कि सरकार यूरिया की किल्लत पर श्वेत पत्र जारी करे।