नरोत्तम मिश्रा ने कहा- गरीबों के पैसे को लूट कर कमलनाथ ने महमूद गज़नवी जैसा जघन्य पाप किया है। मप्र सरकार भी कांग्रेस के बेहिसाब लेनदेन के पूरे मामले का संज्ञान लेकर विधि विशेषज्ञों से राय लेगी। इनकम टैक्स विभाग से रिकॉर्ड मांगकर ईओडब्ल्यू से जांच कराने पर विचार करेंगी। नरोत्तम मिश्रा ने कहा- कमलनाथ के राज में मप्र से कांग्रेस मुख्यालय को भेजे गए ₹106 करोड़।
आयकर के दस्तावेजों से अकबर रोड नई दिल्ली को भेजी गई बेहिसाब नकदी का खुलासा हुआ है। कमलनाथ जी आखिर सच सामने आ ही गया कि मुख्यमंत्री के रूप में आप जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए हमेशा पैसों की कमी का रोना क्यों रोते रहते थे?