अच्छे अंक लाकर पास होने वाले मेधावी बच्चों के नाम से भी पौधे लगवाए जाएंगे। उनके नए प्रयास में दो दर्जन से अधिक लोगों ने जुड़कर पौधे लगवाए हैं।
पर्यावरण को बचाने के लिए शाहपुरा सब्जी फार्म निवासी एक युवक ने अभियान शुरू किया है। जनसहयोग के माध्यम से हरीतिमा फैलाने के लिए उनका अभियान देशभर में फैलाने की तैयारी है। गांधी जयंती पर इस युवा ने सहयोगियों के साथ मिलकर पांच हजार पौधों का निशुल्क वितरण भी किया।
पर्यावरण को बचाने के लिए शाहपुरा सब्जी फार्म निवासी एक युवक ने अभियान शुरू किया है। जनसहयोग के माध्यम से हरीतिमा फैलाने के लिए उनका अभियान देशभर में फैलाने की तैयारी है। गांधी जयंती पर इस युवा ने सहयोगियों के साथ मिलकर पांच हजार पौधों का निशुल्क वितरण भी किया।
पंचशील नगर के भगवत सिंह तोमर ने मोटरसाइकिल खरीदी थी। उन्होंने बुधवार को नई मोटरसाइकिल खरीदी थी। इस अवसर पर नासिर खान की टीम ने भगवत सिंह तोमर से जामुन का पौधा उनके मोहल्ले में स्थित मंदिर के परिसर पर लगवाया। प्रियदर्शिनी नगर निवासी भुवनेश्वर कुमार ने अपनी शादी की सालगिरह के अवसर पर नीबू का पौध अपने मोहल्ले में घर के पास ही लगवाया। पंचशील नगर निवासी हेमंत सोनी के बच्चे का जन्मदिन था। दसवीं कक्षा में पढऩे वाले बच्चे से आम का पौधा उनकी ही कॉलोनी में लगवाया।
नासिर 15 वर्षों से हजारों पौधे निशुल्क वितरित कर चुके हैं। उन्होंने शैक्षणिक संस्थाओं, अस्पतालों, आश्रमों, सुलभ शौचालय परिसर, औद्योगिक क्षेत्र, धार्मिक स्थलों, थानों, सहकारी भवनों व ग्राम पंचायतों में निशुल्क पौधों का वितरण किया है। उन्होंने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में 500, अरेरा कॉलोनी मस्जिद में 20, ईदगाह गुरुद्वारा में 1500, अरेरा कॉलोनी गुरुद्वारा में 2000 पौधे निशुल्क उपलब्ध कराए। इसके अलावा रोशनपुरा चौराहा, नर्मदा भवन, डिपो चौराहा, एमपी नगर, होशंगाबाद, बाबई, सीहोर, झागरिया आदि में भी अपनी टीम के साथ पौधों का वितरण किया। उनकी टीम में इस समय 4 व्यक्ति हैं।
नासिर खान का कहना है कि उन्होंने छत्तीसगढ़, दिल्ली आदि प्रदेशों में संगठन तैयार कर लिया है और जल्द ही वहां भी यह काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे फलों को खाने के बाद उनके बीज कचरे में न फेंके। ये बीज उनकी संस्था को उपलब्ध कराए जाने पर वे इनसे पौधे तैयार करेंगे और निशुल्क वितरित करेंगे, जिससे फलदार पेड़ों में भी इजाफा होगा।
आंवला, नींबू, संतरा, मौसबीं, अमरूद, सीताफल, चीकू, लीची, जामुन, पपीता, खजूर, इमली, मुनगा (सहजन), मीठा नीम, अंकुरित नारियल, अटर्रा, केले का कंद, बादाम, चिरौंजी, विलायती इमली (जंगल जलेबी), तेंदू, रामफल, कबीट, मोरझली, बेल, मक्का, बाजरा, ज्वार, कमरख, गन्ने की गांठ, तरबूज, खरबूजा, ककड़ी आदि के बीज लेते हैं।